प्रतिबंध के बावजूद अवैध लाल ईटों को निर्माण धड़ल्ले से जारी
नमस्ते कोरबा – कोरबा जिले में अवैध ईंट भट्ठों पर जिला प्रशासन नकेल कसने में पूरी तरह से नाकाम है। सड़क के किनारे से लेकर जंगल के अंदरूनी इलाके में तक इन भट्ठों की आग सुलग रही है। रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन को लेकर में बवाल के बीच अवैध भट्ठों की आंच को अनदेखा किया जा रहा है। इन भट्ठों की आंच से शासन का लाखों का राजस्व तो झुलस रहा है।
कोरबा जिले में नियमो को ताक में रखकर रसूखदारो द्वारा लाल ईट का अवैध कारोबार धडल्ले से किया जा रहा है। अकेले दादरखुर्द इलाके में सौ से अधिक अवैध ईट भट्टा संचालित है। यूथ कांग्रेस प्रदेश महासचिव रूबी तिवारी ने मामले में कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को पत्र भी लिखा था मगर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
कुम्हार जाति को मिले छूट का लाभ रसूखदार लोग उठा रहें हैं और लाल ईंट का अवैध निर्माण कर मोटी कमाई करने में जुटे हैं।
अवैध ईट निर्माण की वजह से इलाके में प्रदूषण फैल रहा है। वही रायल्टी जमाकर ईंट का व्यवसाय कर रहे लोगों को भी तगड़ा नुकसान हो रहा है। रसूखदार लोग बड़ी तादात में ईट का निर्माण कर लाखो रुपए कमा रहे है लेकिन ईट निर्माण में लगे मजदूरों का जमकर शोषण किया जा रहा है।
खनिज विभाग और प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा ईंट निर्माण के लिए चिमनी भट्टा को लाइसेंस दिया जाता है। मगर अधिकारियों के सांठ गाठ से जिले में अवैध भट्टा संचालित हो रहा है। जिससे सरकार को हर साल लाखो का नुकसान हो रहा है।