मारवाड़ी समाज की महिलाओं ने शीतला माता की पूजा कर खुशहाली व शांति की प्रार्थना की
नमस्ते कोरबा :- सोमवार को शीतला मंदिर में मारवाड़ी समाज की महिलाओं ने माता शीतला की विधिवत पूजा-अर्चना की। इसे बसोड़ा पर्व के नाम से भी जाना जाता है। बसोड़ा के दिन शीतला माता की पूजा की जाती है और उनको बासी पकवानों का भोग लगाया जाता है। मान्यता है कि शीतला माता की कृपा से उत्तम स्वास्थ्य का लाभ मिलता है। छोटे बच्चों के उत्तम स्वास्थ्य की कामना को लेकर भी पूजा की जाती है। होली के बाद से मौसम में होने वाले बदलावों के प्रति लोगों को जागरूक करने में भी शीतला पूजा को महत्वपूर्ण माना जाता है। स्कंद पुराण के अनुसार, ब्रह्मा जी ने शीतला माता को सृष्टि को आरोग्य रखने की जिम्मेदारी दी है।
गर्मी और रोगों से मुक्ति के लिए शीतला माता की पूजा की जाती है। समाज की महिलाओं ने बताया कि इस दिन मां शीतला को बासी भोजन का भोग लगाया जाता है। भोग लगाने के बाद लोग भी बासी भोजन ही खाते हैं। यहां तक की घर पर चूल्हा नहीं जलता है और ठंडा खाना ही खाया जाता है। पूजा के एक दिन पहले रात में ही भोग तैयार कर लिया जाता है। मां शीतला को चेचक, खसरा जैसे रोगों से बचाने वाली देवी माना जाता है।