नमस्ते कोरबा :-: स्थानीय रेलवे अपनी 17 एकड़ जमीन को मुक्त कराएगा इसके लिए अतिक्रमणकारियों को जमीन खाली करने नोटिस की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.जिसके तहत कोरबा रेलखंड के मड़वारानी रेलवे स्टेशन से गेवरा रोड रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे की जमीन पर अतिक्रमणकारियों को खदेड़ा जाएगा इसके लिए स्थानीय रेलवे का सिविल विभाग आरपीएफ सहित प्रशासन के सहयोग से जल्द ही अभियान चलाया जाएगा गौरतलब है कि जिले में अन्य सरकारी उपक्रमों सहित रेलवे की खाली पड़ी जमीन भी अतिक्रमणकारियों की भेंट चढ़ चुकी है.अन्य सरकारी उपक्रमों की जमीनों पर तो बड़ी संख्या में लोगों ने अतिक्रमण कर पक्की बिल्डिंग तक बना ली है इसमें सीएसईबी और एसईसीएल की जमीन पर सर्वाधिक कब्जा किया गया है, उपक्रमों की खाली पड़ी जमीन अब गांव और बस्ती में तब्दील हो गई है स्थानीय उपक्रमों सहित प्रशासन की उदासीनता के कारण जिले में कब्जा धारियों के हौसले बुलंद हैं इन जमीनों पर जरूरतमंदों के अलावा सर्वाधिक अतिक्रमण जमीन दलालों के द्वारा किया गया है इसी कड़ी में अतिक्रमणकारियों ने रेलवे की जमीन को भी नहीं बख्शा और अब हालात ऐसे हो चले हैं कि रेलवे की खाली पड़ी अधिकांश जमीन कब्जा धारियों की भेंट चढ़ चुकी है, हाल ही में स्थानीय रेलवे के सिविल विभाग द्वारा अपनी ऐसे ही जमीन का सर्वे किया गया जिसमें पता चला कि कोरबा रेलखंड के मड़वारानी रेलवे स्टेशन से गेवरा रोड रेलवे स्टेशन तक लगभग 17 एकड़ जमीन को कब्जा कर लिया गया है हालांकि समय-समय पर रेलवे द्वारा इन अतिक्रमणकारियों को हटाने के लिए अभियान छेड़ा जाता है लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते स्थानीय रेलवे को अपेक्षित सफलता नहीं मिली जिसके बाद से स्थानीय रेलवे के अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे बैठे हैं,
स्थानीय रेलवे अधिकारियों की माने तो नोटिस के बाद भी यदि जमीन खाली नहीं की गई तो रेलवे के सिविल विभाग द्वारा आरपीएफ और प्रशासन के सहयोग से अभियान चलाकर इन जमीनों को मुक्त कराया जाएगा,