Thursday, March 13, 2025

बोरेबासी छत्तीसगढ़ का सिर्फ आहार ही नही बल्कि एक संस्कृति भी है – जयसिंह अग्रवाल

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बोरेबासी छत्तीसगढ़ का सिर्फ आहार ही नही बल्कि एक संस्कृति भी है – जयसिंह अग्रवाल

नमस्ते कोरबा  :- 01 मई को श्रमिकों के सम्मान में पूरे छत्तीगसढ़ मंे जगह-जगह बोरेबासी खाने का सामूहिक आयोजन किया गया। इसी कड़ी में कोरबा विधायक एवं राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कबीर भवन जमनीपाली में सैकड़ों कांग्रेसियों एवं श्रमिकों के साथ बोरेबासी खाया।

इस अवसर पर जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि श्रम शक्ति से ही प्रदेश ही नही देश का नवनिर्माण हो रहा है। छत्तीसगढ़ में जब से कांग्रेस की सरकार आई है, तब से छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा को आगे बढ़ाया जा रहा है। आज श्रम दिवस के अवसर पर पूरे छत्तीसगढ़ में किसानों एवं मजदूरों का प्रमुख आहार बासी, भाजी, प्याज, आचार एवं मिर्ची चटनी का स्वाद लेकर आत्मा तृप्त हो गई। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने मई दिवस का आयोजन कर श्रमिकों को सम्मान दिया है और श्रमिकों का पूर्ण सम्मान सिर्फ कांग्रेस ही दे सकती है। प्रदेश सरकार ने श्रमिकों की समृद्धि के लिए कई योजनाएं लाई है, जिससे श्रमिकों की समृद्धि बढ़ी है। भूपेश सरकार के आने के बाद प्रदेश से पलायन लगभग समाप्त हो चुका है और बेहतर योजनाओं से श्रमिकों एवं बेरोजगारों को गांव से लेकर शहर तक रोजगार मिल रहा है। आज श्रम शक्ति के कारण ही छत्तीसगढ़ समृद्ध प्रदेश बनने की ओर अग्रसर हुआ है। उन्होंने कहा कि बोरेबासी सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं बल्कि शरीर के लिए लाभदायक भी है। बोरेबासी डिहाईड्रेशन को कम करता है एवं बोरेबासी खाने वालों को लू भी नही लगती। यह शरीर को ठण्डा भी रखता है और पाचन शक्ति बढ़ती है।

महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि बोरेबासी खाकर लगा कि क्यों छत्तीसगढ के रहवासी इतने स्वस्थ रहते है। वाकई में बोरेबासी लाजवाब आहार है और यह श्रमिकों का ही नही बल्कि छत्तीसगढ़ के सर्वहारा वर्ग का आहार बन गया है।
सभापति श्यामसुंदर सोनी ने कहा कि बोरेबासी का सामुहिक आयोजन श्रमवीरों का सम्मान है और प्रदेश सरकार ने इस अभियान को आंदोलन बनाया, जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है।

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