नन्हीं बच्ची भटकी,यातायात पुलिसकर्मी बने फरिश्ता,Asi मनोज राठौर ने मासूम को मिलाया परिवार से
नमस्ते कोरबा : निहारिका क्षेत्र में एक बेहद मार्मिक दृश्य का गवाह बना। महज़ 5 साल की मासूम बच्ची पुष्पलता उद्यान के पास अकेली और सहमी हुई भटकती मिली। नन्ही बच्ची की डरी-सहमी आंखें और आंसुओं से भीगा चेहरा देख वहां मौजूद हर किसी का दिल पसीज गया।
इसी बीच यातायात पुलिस में पदस्थ मनोज राठौर अपने परिवार के साथ उसी रास्ते से गुजर रहे थे। बच्ची को अकेला देख वे तुरंत रुके और उसके पास पहुंचे। उन्होंने बच्ची का हाथ थामते हुए उसके आंसू पोंछे और उसे बिस्किट, पानी व कोल्ड ड्रिंक देकर ढांढस बंधाया। उनकी इस संवेदनशीलता से बच्ची का भय कुछ कम हुआ और आसपास खड़े लोग भी राहत महसूस करने लगे।
इसके बाद आसपास के लोग और मनोज राठौर ने बच्ची के परिजनों की तलाश शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। स्थिति को गंभीर देखते हुए उन्होंने तत्काल सिविल लाइन थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बच्ची को संरक्षण में लिया और लगभग तीन घंटे की मशक्कत के बाद बच्ची के परिजनों तक पहुंच बनाई।
जानकारी के अनुसार, बच्ची के परिजन बिलासपुर निवासी हैं और कोरबा के काशीनगर में त्योहार मनाने आए थे। इसी दौरान बच्ची घर से बिना बताए बाहर निकल गई और भटककर उद्यान के पास पहुंच गई थी।
स्थानीय लोगों ने मनोज राठौर के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि “आज के समय में जब लोग तमाशबीन बने रहते हैं, ऐसे में मनोज राठौर ने बच्ची को न केवल सुरक्षित किया बल्कि इंसानियत की सच्ची मिसाल भी पेश की।”
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