संत कबीर जयंती के दिन सुंदरलाल शर्मा यूनिवर्सिटी द्वारा परीक्षा रखने पर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने जताया विरोध
नमस्ते कोरबा : प्रदेश में संत कबीर जयंती 22 जून को मनाई जाएगी। यह दिन कबीर पंथियों के लिए बेहद खास होता है। सुंदरलाल शर्मा यूनिवर्सिटी ने इस दिन परीक्षा का आयोजन किया हैं। जिसको लेकर यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर सवाल उठ रहे हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार के दौरान इस दिन छुट्टी होती थी, लेकिन इस बार यूनिवर्सिटी खुला रहेगा और प्रोफेसर और छात्र इस दिन यूनिवर्सिटी और कॉलेज आएंगे। इस फैसले को लेकर महंत समाज में नाराजगी देखी जा रही है।
जानकारी के अनुसार 22 जून को परीक्षा का शेड्यूल पंडित सुंदरलाल शर्मा विश्वविद्यालय बिलासपुर ने जारी किया है। यह टाइमटेबल काफी पहले जारी किया गया था। जिसके तहत बीए, बीएससी, बीकॉम में आधार पाठयक्रमों की परीक्षा का आयोजन किया गया है। 22 जून को यह परीक्षा होनी है। इस परीक्षा में हजारों की तादाद में विद्यार्थी शामिल होते हैं।
सुंदरलाल शर्मा यूनिवर्सिटी एक ओपन विश्वविद्यालय है। ऐसे विद्यार्थी जो रेगुलर तौर पर कॉलेज में नहीं पढ़ पाते या ऐसे विद्यार्थी जो कही जॉब करते हैं वह इस यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करते हैं। पंडित सुंदरलाल शर्मा खुला विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में शामिल होकर ग्रेजुएशन या उससे ऊपर की पढ़ाई कर छात्र यहां से डिग्री हासिल करते हैं।
छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने सुंदरलाल शर्मा यूनिवर्सिटी के बहाने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। संत कबीर जयंती पर परीक्षा की तारीख होने को लेकर उन्होंने सख्त नाराजगी जाहिर की हैं। उन्होंने कहा हैं की “पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने संत कबीर की जयंती के उपलक्ष्य में अवकाश घोषित किया था।
लेकिन इस वर्ष संत कबीर की जयंती पर अवकाश की जगह परीक्षा का आयोजन होने जा रहा है। संत कबीर की जयंती पर पूरे छत्तीसगढ़ में अवकाश घोषित किया जाए और इसे भविष्य के लिए भी यथावत रखा जाना चाहिए।”
इस पूरे मामले में पंडित सुंदरलाल शर्मा विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर वंश गोपाल सिंह ने प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने कहा कि “पूर्व में 22 जून की तिथि को छुट्टियां नहीं होती थी। इसलिए टाइम टेबल जारी करते समय परीक्षा रखी गई है।
यह विषय हमारे संज्ञान में आया है। संभव है कि 21 जून को इसका निराकरण कर लिया जाएगा। हमने सभी अधिकारियों से बात की है। हम विचार कर रहे हैं कि तात्कालिक तौर क्या परिवर्तन किया जा सकता है।