गंगोत्री से रामेश्वरम तक 3600 किमी की कांवड़ यात्रा पर निकले श्री श्री 1008 बाबा बासुकीनाथ कांवड़ मंडली कटघोरा नगर पहुंचा
नमस्ते कोरबा – पवित्र सावन माह में हर कोई शिव की भक्ति में लीन रहता है। हर तरफ माहौल शिवमय हो जाता है। हर साल श्रद्धालु सावन माह में महादेव भोलेनाथ को खुश करने के लिए कांवड़ यात्रा निकालते हैं। ऐसे ही श्रद्धालुओं का एक जत्था गंगोत्री से गंगाजल भरकर रामेश्वरम तक 36 सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा पर निकला है। यह जत्था है कोलकाता का श्री श्री 1008 बाबा बासुकीनाथ कांवड़ मंडली का। जिनका जत्था कांवड़ यात्रा के दौरान 1600 किमी की लंबी यात्रा कर कोरबा जिले के कटघोरा नगर पहुंचा। जहां कटघोरा निवासियों ने उनका जोरदार स्वागत किया।
गौरतलब है की श्री श्री 1008 बाबा बासुकीनाथ कांवड़ मण्डली कोलकाता द्वारा 18 जुलाई से मां गंगा का उद्गम स्थल गंगोत्री से गंगा जल भरकर 15 अगस्त तक सेतुबंध रामेश्वरम तक की पैदल कावड़ यात्रा कर पहुंचने का संकल्प लिया गया है। यह यात्रा करीब 3600 किलोमीटर की है एवं इस यात्रा में करीब 1 महीने का समय लगेगा। इस यात्रा में कोलकाता से 28 यात्री हिस्सा ले रहे हैं। 28 सदस्यों में 4- 4 लोगों का ग्रुप बना है और प्रत्येक ग्रुप 3 घण्टे का समय लेकर पदयात्रा कर रहे है। उनके साथ 7 वाहन चालक व 11 अन्य सेवा दल के सदस्य साथ मे हैं। इस तरह कुल 51 लोग रामेश्वरम तक कि यात्रा में सहभागी बन रहे हैं।
मंडली के महंत संतोष कुमार अग्रवाल ने बताया कि उनके जत्थे ने 18 जुलाई को मां गंगा के उद्गम स्थल से गंगाजल भरकर उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश होते हुए छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिला होते हुए आज कोरबा जिले में 16 सौ किलोमीटर की यात्रा तय कर कटघोरा नगर पहुंचे हैं। इस यात्रा का मूल उद्देश्य राष्ट्र हित व आपसी भाईचारे को बढ़ावा देना तथा जन-जन में प्यार जगाना है। तथा हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस में है भाई-भाई के नारे को चरितार्थ करना है।