अगर आपके घर में है कुछ अनुपयोगी सामान तो उसे सड़को पर ना फेंके स्वच्छता दीदियों को दें ताकि आ सके जरूरतमंदों के काम,निगम ने आरआरआर यानी रीसायकल, रिड्यूज और रियूज़ सेंटर की शुरुआत की
नमस्ते कोरबा :- निगम ने 67 वार्डों के लिए संचालित 19 एसएलआरएम सेंटर में आरआरआर यानी रीसायकल, रिड्यूज और रियूज़ सेंटर की शुरुआत की है। जहां कोई भी व्यक्ति अपने घर में रखें अनुपयोगी सामान, पुराने कपड़े, पुस्तक, कॉपी,जूते, बर्तन, खिलौने, कबाड़ और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण दे सकेंगे। सेंटर से ही जरूरतमंदों को इसे मुफ्त में भी दिया जाएगा। अगर सेंटर नहीं आ सकते तो स्वच्छता दीदियों को भी सामान दे सकते हैं। अभी तक स्वच्छता दीदी सूखे व गीले कचरे को ही घर घर संग्रहण कर रही थी।
इसी कड़ी में नगर पालिक निगम कोरबा क्षेत्रांतर्गत वार्ड क्र. 02 तुलसीनगर स्थित एस.एल.आर.एम. सेंटर में आर.आर.आर. अर्थात रिसाईकल-रिडयूज-रियूज सेंटर का महापौर राजकिशोर प्रसाद ने फीता काटकर विधिवत शुभारंभ किया। स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत नगर पालिक निगम कोरबा के टी.पी.नगर जोन स्थित वार्ड क्र. 02 तुलसीनगर में जिस प्रकार से स्वच्छता दीदियों द्वारा घर-घर जाकर सुखा एवं गीला कचरे एकत्रित किया जाता है, उसी प्रकार से लोगों के घरों से पुराने कपडे़ व पुस्तक इत्यादि वस्तुयें घर-घर पहुंचकर एकत्रित करते हुए एस.एल.आर.एम.सेंटर में जमा करेंगी ताकि उन पुरानी वस्तुओं को जो जरूरतमंद व्यक्तियों को उपलब्ध कराया जा सके, जिससे उन वस्तुओं का दोबारा उपयोग हो सके।
उक्त अवसर पर महापौर श्री प्रसाद ने जनमानस से अपील किया कि ऐसी जरूरतमंद वस्तुएं जो लोगों के काम आ सकती है परन्तु वह आपके लिए वस्तुएं अब कबाड़ हो चुकी हैं, कृपया उन्हें इधर- उधर वार्ड में फेंकने से सफाई व्यवस्था में प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। अतः नगर को स्वच्छ बनाने मे अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए उन वस्तुओं को स्वच्छता दीदियों को उपलब्ध करावें ताकि जरूरतमंदों को वितरित कराया जा सके।
केंद्र सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने सभी निकायों को कचरा सेग्रीगेशन के विशेष अभियान के तहत आरआरआर सेंटर स्थापित करने के लिए कहा है। इसी के तहत सभी शहरों में यह मुहिम चलाई जा रही है। घर में रखें पुराने बर्तन, कपड़े और जूते को ऐसे ही फेंक देते हैं। कबाड़ का सामान भी नालियों में नजर आता है। पुराने पुस्तक और कॉपी भी कचरे में डाल देते हैं। अब लोग इसे सेंटर में पहुंचकर दे सकते हैं। सभी वार्डों में सुबह डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने के लिए स्वच्छता दीदी जाती हैं।उन्हें भी यह सामान दे सकते हैं।
स्वच्छता सर्वेक्षण में इससे बढ़ेंगे अंक
आरआरआर सेंटर से शहर स्वच्छ होगा यही इसका उद्देश्य है। लोग किसी तरह का अनुपयोगी सामान को सड़क किनारे या नाली में ना फेंके। इसके लिए भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण में इसके लिए अलग से अंक भी मिलेंगे। प्लास्टिक का अधिकांश सामान लोग बाहर नाली में फेंक देते हैं।
अभी लोग सूखे और गीले कचरे को एक साथ दे रहे
निगम ने सभी वार्डों में सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग रखने के लिए डस्टबिन का वितरण किया था। लेकिन अब डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के समय लोग अब सूखे और गीले कचरे को एक साथ देते हैं। इसमें भी सुधार के लिए प्रयास किया जा रहा है। महिलाएं एसएलआरएम सेंटर में कचरे को अलग अलग करती हैं। इसकी वजह से काफी समय बर्बाद होता है।
कचरे से खाद बनाने कॉलोनी में बांटे डस्टबिन
निगम ने कचरे से खाद बनाने के लिए कॉलोनी क्षेत्र के लोगों को डस्टबिन भी बांटा है। डस्टबिन में सब्जी और पेड़ के सूखे पत्ते के साथ ही गीले कचरे को रखने से 1 महीने में खाद तैयार होता है। इसकी भी जानकारी दी जा रही है।
जरूरतमंद ले जा सकते हैं सामान: अपर आयुक्त
निगम के अपर आयुक्त खजांची कुम्हार का कहना है कि 19 स्थानों पर आरआरआर सेंटर की शुरुआत की गई है। जहां कोई भी अपने घर का अनुपयोगी सामान दे सकता है। इसके लिए लोगों को जागरूक करने अभियान भी चलाया जाएगा। स्वच्छता से लोग जुड़े इसके लिए प्रयास कर रहे हैं।