नमस्ते कोरबा :- राज्य सरकार द्वारा किये गए पुलिस अधीक्षकों के तबादले में कोरबा एसपी भोजराम पटेल (आईपीएस) को महासमुंद पदस्थ किया गया है। तबादला के बाद उन्हें एसपी कार्यालय में विदाई दी गई। श्री पटेल ने अपने स्टाफ से कहा कि यदि कभी मेरे कुछ कहने की वजह से मन को दु:ख हुआ हो तो माइंड मत करना, अच्छे से रहना। विदाई के भावुक क्षणों के मध्य कई कर्मियों की आंखें डबडबा उठीं।इसके बाद जाते-जाते श्री पटेल अपने कार्यालय की दहलीज पर झुक गए और प्रणाम किया, वे भावुक हो उठे। पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों ने उन्हें शुभकामनाएं देकर विदा किया। इस दौरान एएसपी अभिषेक वर्मा, सीएसपी द्वय योगेश साहू, सुश्री लितेश सिंह सहित सभी थाना व चौकी प्रभारी एवं एसपी कार्यालय के स्टाफ उपस्थित रहे,
वृद्धजनों के चरणस्पर्श किए, आशीर्वाद लिया
पुलिस अधीक्षक ने विदाई के दौरान वृद्धाश्रम पहुंचकर वृद्धजनों के चरणस्पर्श कर उसे माथे से लगाया। नई जिम्मेदारी के लिए आशीर्वाद लिया। लोगों ने बड़ी आत्मीयता एसपी को उपहार भेंट किये।
कोरबा एसपी बतौर भोजराम पटेल ने पदभार ग्रहण करने के साथ ही पुलिस के प्रति आम जनता का विश्वास और गहरा करने के लिए कम्युनिटी पुलिसिंग की बढ़ावा दिया। उन्होंने खाकी के रंग स्कूल के संग, खाकी के रंग संगी-संगिनी के संग, खाकी के रंग लोक कलाकारों के संग, तुंहर पुलिस तुंहर द्वार, पुलिस जनदर्शन जैसे आयोजनों के जरिए जनता और पुलिस के बीच की दूरियों को न सिर्फ कम किया बल्कि एक अलग छाप छोड़ी। श्री पटेल ने चलित थाना के जरिए गांव, मोहल्ले और घर तक पहुंचकर समस्याओं का मौके पर ही निराकरण कराने का अभियान शुरू किया। वे खुद भी लोगों के बीच गए तथा उनके साथ जमीन पर बैठकर समस्याओं को सुना। लोगों के साथ सहज छत्तीसगढ़ी में बात करते। कार्यकाल में उन्होंने लंबित प्रकरणों के निराकरण पर जहां फोकस किया, वहीं उनके मार्गदर्शन में मातहतों ने गंभीर मामलों की गुत्थियों को भी सुलझाया। संवेदनशील घटनाक्रमों पर भी एसपी की खास नजर रही और जिले में अपराधों पर नियंत्रण के लिए सतत प्रयासरत रहे। उनका कार्यकाल आम जनता के लिए राहत भरा और अपराधियों के लिए मुश्किलों से पूर्ण रहा।
स्टाफ से बोले- कभी किसी बात से दु:ख लगा हो तो माइंड मत करना। गुरुजी से आईपीएस बने भोजराम पटेल अपने कर्म को पूजा और कार्यस्थल को मंदिर की तरह समझते व पूजते हैं। कोरबा से निवर्तमान एसपी भोजराम पटेल को विदाई दी गई तब उन्होंने अपने कर्मस्थल एसपी कार्यालय को जाते-जाते माथा लगाकर प्रणाम किया। विदाई के वक्त कई आंखों में नमी थी तो कप्तान के चेहरे पर भाव भरी मुस्कुराहट।