
राजस्व मंत्री ने आक्सीजीनेटेड बिस्तरों का लोकार्पण करते हुए कहा कि जिला प्रशासन कोविड नियंत्रण के लिए सजग और गंभीर है। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों का ईलाज जिले के 14 कोविड अस्पतालों में भर्ती करके किया जा रहा है। कोविड मरीजों के ईलाज के लिए कुल एक हजार 553 बिस्तरों की क्षमता विकसित कर ली गई है। श्री अग्रवाल ने कहा कि जिले में आक्सीजन और स्वास्थ्य संसाधनों की कोई कमी नहीं है। मेडिकल स्टाफ, दवाईयां एवं आक्सीजीनेटेड बिस्तरों की पर्याप्त उपलब्धता जिले के कोविड अस्पतालों में सुनिश्चित की गई है। कोविड अस्पतालों में मरीजों के ईलाज के लिए लगभग पांच सौ आक्सीजनयुक्त बिस्तरों की व्यवस्था भी की गई है।
राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि जिले के कोरोना संक्रमित लोगों को बेहतर ईलाज मिल सके, इसके लिए सीपेट कोविड अस्पताल में आक्सीजनयुक्त बिस्तरों की क्षमता बढ़ाई गई है। पहले सीपेट में आक्सीजनयुक्त बिस्तर नहीं होने के कारण कोविड मरीजों को ईएसआईसी अस्पताल में रिफर करना पड़ता था। मरीजों को रिफर करने में समय लगता था। इस बीच मरीजों की स्वास्थ्य स्थिति भी गंभीर हो जाती थी और उन्हें ठीक करने में डाक्टरों को चुनौतियों का सामना करना पड़ता था। राजस्व मंत्री ने कहा कि सीपेट में गंभीर मरीजों को जल्द से जल्द उचित ईलाज मिल सके इसके लिए आक्सीजनयुक्त बिस्तरों की संख्या मंे वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि सीपेट में गंभीर कोरोना मरीजों के पूर्ण ईलाज के लिए आईसीयू युनिट भी विकसित करने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गये हैं।