नमस्ते कोरबा। जिले के खनिज विभाग में हुई गड़बड़ी के सिलसिले में कलेक्टोरेट में फिल्मी अंदाज में एंट्री कर दस्तावेज खंगाल रही ईडी की टीम की कार्रवाई रात में भी जारी है। 18 घण्टे से भी अधिक समय से ज्यादा हो चुके ईडी की जांच से कुछ बड़े खुलासे के आसार बढ़ गए हैं। वही बहरहाल टीम की आवश्यक इंतजाम के लिए कलेक्टोरेट से घर जा चुके कई दर्जन कर्मचारियों वापस आकर के सेवाएं देनी पड़ रही। वही गुरुवार को सुबह 11 बजे से कोरबा कलेक्टोरेट कार्यालय में ईडी ने फिल्मी अंदाज में दबिश दी। दर्जनभर अधिकारियों और दो दर्जन से अधिक सीआरपीएफ के जवानों से लैस टीम ने खनिज विभाग को अपने कब्जे में लेकर अफसरों को बिठाकर फाइलों की जांच शुरू कर दी है। वही टीम एक एककर माइनिंग से जुड़े दस्तावेजों की गहन जांच कर रही। उम्मीद जताई जा रही थी कि शाम तक टीम की कार्रवाई पूरी हो जाएगी,लेकिन टीम की जांच और आगे बढ़ती जा रही है।
समाचार लिखे जाने तक दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह 5 बजे तक जांच जारी रही। माइनिंग में गड़बड़ी से जुड़े तार सर्वाधिक माइनिंग रॉयल्टी देने वाले कोरबा जिले से भी जुड़े हैं । वही ईडी की टीम ने गुरुवार को दफ्तर खुलते ही कोरबा के कलेक्टोरेट कार्यालय में दबिश दे दी। वही जांच के दौरान कौन सी बातें सामने आएंगी ये तो जांच के बाद ही पता चल सकेगा। लेकिन ईडी को कोरबा जिले के माइनिंग में तमाम गड़बड़ियों की शिकायतें मिलती रही है। प्रदेश में हुई छापामारी के बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि ईडी की टीम कभी भी कोरबा में दस्तक दे सकती है। और वही हुआ। फिलहाल ईडी की छापेमारी से ब्यूरोक्रेसी सहित माइनिंग के कारोबार से जुड़े कारोबारियों में हड़कम्प मचा है। अभी फिलहाल जांच जारी है।