
नमस्ते कोरबा पसान ( कोरबी चोटिया) :- छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले अंतर्गत कटघोरा वन मंडल में जंगलों की अवैध कटाई किसी से छिपी नहीं है,
लेकिन विभाग द्वारा लाखों खर्च कर कराई गई सागौन पेड़ों की प्लांटेशन की भारी भरकम इमारती लकड़ियों की आरा से अवैध कटाई करने की जिम्मेदार अधिकारी एवं बीट प्रभारी को कानो कान हवा तक नहीं लगी,
यह मामला है कटघोरा वन मंडल के पसान रेंज अंतर्गत लैगा सर्किल, करीं बीट क्षेत्र में आने वाले खमरिया जंगल,बैगान मोहल्ला, सीमा गौरेला, पेंड्रा, मरवाही, जिले से लगे हुए ,
जंगल में लगभग एक सप्ताह पुर्व सागौन पेड़ों की बलि दे दी गई है, जहां सैकड़ों की तादाद में इमारती पेड़ों की ठुंट ही ठुंट दिखाई दे रही है,
आपको बता दें कि पसान रेंज अंतर्गत लैगा सर्किल में पदस्थ परिक्षेत्र सहायक अधिकारी के पद पर पदस्थ अरुण पांडे, एवं करीं बीट में पदस्थ वन रक्षक शारदा शर्मा,की मिली भगत से अवैध लकड़ी कटाई का मामला कोई नया नहीं है, परिक्षेत्र सहायक अरुण पांडे, कटघोरा वन मंडल के केंदई रेंज अंतर्गत कोरबी सर्किल में पिछले लगभग चार वर्ष पूर्व में भी एन एच 130 चोटिया, कटघोरा, सड़क निर्माण कार्य के दौरान कुप कटाई में लकड़ी घोटाला एक तथाकथित भ्रष्ट रेंजर के सांठगांठ से वन प्रबंधन समिति व वन सुरक्षा समिति के द्वारा बिलासपुर संभागीय वन सी सी एफ उच्च अधिकारी को लिखित शिकायत दिए जाने पर इन्हें तत्काल निलंबित किया गया था ,जिसकी विभागीय जांच अभी तक पुरी नहीं हो पाई हैअरुण पांडे,वन मंडल में जिस सर्किल क्षेत्र में अपना पोस्टिंग करा कर कदम रखते है,
वहां की वन संपदा जैसे अवैध ढंग से पेड़ की कटाई,रेत मुरुम, एवं विभागीय निर्माण कार्य में भारी भरकम घोटाला अपने चहेते अधिकारियों के सांठगांठ से खुलेआम सौदे बाजी करना इनका दिनचर्या है,
करीं,बीट प्रभारी शारदा शर्मा, अपने गृह जिले जी पी* *एम के सीमा क्षेत्र लैगा सर्किल में पिछले चार सालों से डटे हुए हैं,
आप सुन कर हैरान हो जाएंगे की करीं बीट प्रभारी शारदा शर्मा, अपने मन पसन्द मलाई दार स्थान को चुन उपर से दक्षिणा चढ़ा कर पोस्टिंग करा कर धड़ल्ले पूर्वक अवैध रूप से लकड़ी कटाई कर अपने गृह जिले गौरेला पेंड्रा मरवाही, में तस्करी कराने में माहिर है,
पसान, प्रभारी रेंजर धर्मेंद्र चौहान का क्षेत्र में कोई नियंत्रण नहीं,
कटघोरा वन मंडल के पसान रेंज में जब से प्रभारी रेंजर के पद पर धर्मेंद्र चौहान, पदस्थ हुए हैं तब से रेंज में किसी भी प्रकार का कोई नियंत्रण नहीं है, हाथियों की आवाजाही एवं प्रभावित गांव में सुरक्षा उपकरण व ग्रामीणों से सीधा संवाद एवं व्यवहार सहित हाथियों के द्वारा किए गए धन हानि में क्षतिपूर्ति की राशि समय पर दिए जाने में असफल रहे तथा अपने मातहतों अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ कार्य संपादन करने में लगातार असफल रहे,
क्या कहते हैं पसान प्रभारी रेंजर धर्मेंद्र चौहान,
जब पसान प्रभारी रेंजर धर्मेंद्र चौहान से अवैध रुप से सागौन इमारती लकड़ी की कटाई के संबंध में पुछा गया तो उन्होंने कहा कि हां सागौन पेड़ों की अवैध कटाई हुई है, जहां कुछ पेड़ों की जब्ती की गई है, तथा आरोपी की पतासाजी की जा रही है!