

आर्किलाॅजिकल सर्वे आॅफ इंडिया की सहमति से होंगे निर्माण संबंधी विकास कार्य – कलेक्टर श्रीमती कौशल ने अधिकारियों को पर्यटन की दृष्टि से चैतुरगढ़ के इस ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक स्थल को विकसित करने के लिए कार्ययोजना बनाते समय भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग के अधिकारियों से भी विचार-विमर्श करने के निर्देश प्रशासन के अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि चैतुरगढ़ को भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग द्वारा पुरातात्विक धरोहर के रूप में मान्य किया गया है और इसके विकास के लिए विभाग का मत भी महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने चैतुरगढ़ से ही फोन पर आर्कियोलाॅजिकल सर्वे आॅफ इंडिया के स्थानीय तथा क्षेत्रीय अधिकारियों से भी बात की और चैतुरगढ़ को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की प्रशासन की योजना से अवगत कराया। श्रीमती कौशल ने माँ महिषासुर मर्दनी के ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक मंदिर परिसर, चैतुरगढ़ पहाड़ी, तालाबों आदि को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की संभावनाओं और भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग द्वारा सहयोग पर भी अधिकारियों से बात की। श्रीमती कौशल ने चैतुरगढ़ को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की पूरी कार्ययोजना तैयार कर जिला प्रशासन की ओर से उसे आर्कियोलाॅजिकल सर्वे आॅफ इंडिया को भी भेजने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
