भाजपा बताएं कि छत्तीसगढ़ के यात्रियों से आखिर किस बात का बदला ले रही है मोदी सरकार :- विधायक लालजीत सिंह राठिया
नमस्ते कोरबा :- केंद्र सरकार द्वार जानबुझकर यात्राी ट्रेनों को रद करने और परिचालन बंद करने का आरोप लगाते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 13 सितंबर को प्रदेशभर में रेल रोको आंदोलन का ऐलान कर दिया है।पीसीसी के निर्देश पर नजर डालें तो 13 सितंबर को प्रदेशभर में कांग्रेस के पदाधिकारी आम लोगों के साथ रेल रोकेंगे।यात्री ट्रेनों को जानबुझकर रद करने या फिर परिचालन बंद करने की साजिश रचकर आम लोगों की परेशानी बढ़ाने का काम किया जा रहा है।
उक्त बातें धरमजयगढ़ विधायक लालजीत सिंह राठिया ने कांगे्रस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही। विधायक राठिया ने कहा कि कभी कोयला आपूर्ति के नाम पर तो कभी अन्य कारण बताकर जान बूझकर ट्रेनों को रद्द कर बदनाम करने की साजिश की जा रही है। ताकि लोग रेलवे से उब जाएं और रेल को भी मोदी अपने उद्योगपति मित्रों के हवाले कर सके। मोदी सरकार के पहले की केन्द्र सरकारें घाटा उठाकर भी रेल सुविधाओं का विस्तार करती रही।
आजादी के बाद से रेलवे का अलग बजट बनाया जाता था, लेकिन मोदी सरकार रेलवे की यात्री सुविधाओं को समाप्त कर इसे सिर्फ मालवाहक बनाना चाहती है। श्री राठिया ने कहा कि भाजपा राज में रेलवे में मिलने वाली बुजुर्गांे की छूट, छात्रों की रियायत खत्म कर दी गई। किराए में बेतहाशा वृद्धि, प्लेटफार्म टिकट में कई गुना वसूली यात्रियों से की जा रही है। बिलासपुर जोन जिसके अंतरगत छत्तीसगढ़ आता है यहां से केवल मालभाड़े से केन्द्र सरकार दो हजार से 2200 करोड़ रुपए हर साल कमाती है। जब सुविधा देने की बारी आ रही है तो विगत 9 साल से छत्तीसगढ़ की रेल यात्रियों को केन्द्र की उपेक्षा ही मिली है। उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सहित 9 सांसद इस मुद्दे पर मौन हैं। जिसके विरोध में 13 सितंबर को कोरबा रेलवे स्टेशन के आगे रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। आंदोलन से पूर्व धरना प्रदर्शन होगा। तीन दिनों तक आंदोलन को लेकर प्रचार प्रसार किया जाएगा।
एक आरोप ऐसा भी
* देश भर के 6800 रेल स्टोपेज बंद किए गए, जिसमें से 200 अकेले छत्तीसगढ़ में हैं।
* साधारण पैसेंजर मेमू ट्रेन को स्पेशल ट्रेन बनाकर दोगुना किराया वसूला जा रहा है।
* स्लीपर और सामान्य श्रेणी के डिब्बों की संख्या घटाई गई।
00 साढ़े तीन साल में 67382 ट्रेनों को रद किया गया
0 वर्ष 2020 में 32757 ट्रेनें निरस्त की गई
0 वर्ष 2021 में 32151 ट्रेनें निरस्त की गई।
0 वर्ष 2022 में 2474 ट्रेनें निरस्त की गई।
0 वर्ष 2023 में (अप्रैल माह तक) 208 ट्रेनें निरस्त की
0 24 ट्रेनें अगस्त के अंत तक रद्द
0 छत्तीसगढ़ से जाने वाली नौतनवा और सारनाथ एक्सप्रेस 64 दिन तक रद कर दी गयी जिसके कारण दो महीने तक लोग अस्थि कलश गंगा में विसजित नहीं कर पाए
00 प्रदेश कांग्रेस ने उठाए ये सवाल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दर्जनों बार देश के प्रधानमंत्री और रेल मंत्री को छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेन के संचालन की व्यवस्था को दुरुस्त करने अनेक पत्र लिखा है लेकिन छत्तीसगढ़ के प्रति केंद्र की उपेक्षा, भेदभाव और अव्यवस्था यथावत जारी है। केंद्र की मोदी सरकार को देश भर में सबसे ज्यादा कमाई करके देने वाले बिलासपुर जोन, जिसके अंतर्गत पूरा छत्तीसगढ़ आता है वहीं के यात्रियों को सुविधा से वंचित और उपेक्षित रखा जा रहा है। भाजपा बताए कि अचानक दर्जनों ट्रेनें निरस्त करके प्रताड़ित करने का कारण क्या है।