मानिकपुर में सपेरों के चंगुल से सांपों की मुक्ति,सर्प मित्रों की सतर्कता से बची सांपों की जान
नमस्ते कोरबा :- कोरबा वन मंडल के मानिकपुर क्षेत्र में सर्प मित्रों की सतर्कता और वन विभाग की त्वरित कार्रवाई से कई सांपों की जान बच गई। सोमवार को कुछ सपेरे क्षेत्र में सांप लेकर घूम रहे थे। यह जानकारी मिलते ही सर्प मित्र उमेश यादव और लोकेश राज चौहान ने तत्काल वन मंडल के एसडीओ सूरया सोनी को सूचना दी।
सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुँची और सपेरों के कब्जे से सांप बरामद कर लिए। बरामद सर्पों में इंडियन स्पेक्टेकल्ड कोबरा (नाग) और फॉरेस्टन कैट स्नेक (चिंगराज सर्प) शामिल थे। नाग जहरीला सर्प है, जिसके काटने पर तत्काल चिकित्सकीय उपचार आवश्यक होता है। वहीं चिंगराज सर्प इंसानों के लिए हानिरहित है, लेकिन छोटे जीव-जंतुओं का शिकार करता है।
वन विभाग की टीम ने सभी सांपों को सुरक्षित रूप से उनके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया। विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि सांप दिखने पर घबराएँ नहीं, न उन्हें नुकसान पहुँचाएँ और तुरंत वन विभाग या सर्प मित्रों को सूचना दें, ताकि इन जीवों को सुरक्षित बचाया जा सके।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कोरबा वन मंडल में किंग कोबरा, नाग, चिंगराज सर्प सहित अनेक प्रजातियों के सरीसृप पाए जाते हैं। इनके संरक्षण के लिए विभाग, स्थानीय सर्प मित्र और कई स्वयंसेवी संगठन लगातार काम कर रहे हैं।
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