लंबे समय से बीमार चल रहे भगवान जगन्नाथ हुए स्वस्थ,रथ पर सवार होकर आज निकलेंगे नगर के भ्रमण पर
नमस्ते कोरबा :- जिले में आज निकलने वाली रथ यात्रा की तैयारियां पुरी हो गई हैं. रथजुतिया पर्व की तैयारी को लेकर ग्रामीणों में उल्लास देखा जा रहा है. आषाढ़ शुक्ल के द्वितीया को मनाया जाना वाला भगवान जगन्नाथ की शोभायात्रा रथजुतिया पर्व 7 जुलाई को धूमधाम से मनाया जाएगा. शहर के निकट ग्राम दादरखुर्द का रथयात्रा उत्सव जिले भर में प्रसिद्ध है.
मान्यता के अनुसार, आषाढ माह के प्रथम दिन से मंदिर का पट बंद हो गया है. इस दौरान भगवान के बीमार होने के कारण उन्हें 15 दिनों तक मौसमी फल, आम रस और जामुन का भोग लगाया गया. ब्रह्ममुहुर्त में रथजुतिया के दिन मंदिर का पट खुलेगा.
दर्शनीय रथ यात्रा को भव्य रूप से आयोजित करने के लिए ग्राम दादर खुर्द के भगवान जगन्नाथ मंदिर में तैयारी पूरी हो गई हैं. आयोजन में विशेष आकर्षण केंद्र भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा की प्रतिमाओं को सुसज्जीत कर रथ में बैठाया जाता है.
मंदिर के पुजारी ने बताया कि मंदिर 124 वर्ष पुराना है. रानी धनराज कुंवर के जमीदारी के समय ग्राम दादर में थवाईत परिवार निवास करता था, जो रानी का मालगुजार हुआ करता था. यह परिवार भगवान जगन्नाथ की भक्ति करता था. परिवार के सदस्य दर्शन के लिए पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर जाया करते थे.
उनके मन में इच्छा जाहिर हुई कि कोरबा में भी भगवान जगन्नाथ एक मंदिर स्थापित की जानी चाहिए. दर्शन करने गए थवाईत परिवार द्वारा पुरी से भगवान जगन्नाथ की एक फोटो लाई गई.
उस फोटो को देखकर महानीम के वृक्ष को काट कर भगवान जगन्नाथ की प्रतिमा बनाई गई और सन 1899 मंदिर की नींव रखी गई. तब से आज तक विधि विधान से मंदिर में भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना की जाती है और प्रत्येक वर्ष पुरी की तर्ज पर दादर खुर्द में भी रथ यात्रा का आयोजन किया जाता है, रथ यात्रा समिति ने कोरबा के प्रबुद्ध जनों से इस यात्रा में शामिल होकर भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद प्राप्त करने का अनुरोध किया है,