हिंदुस्तान बेहद ही खूबसूरत और अमन पसंद मुल्क – प्रिंस आफ ईराक
नमस्ते कोरबा :- हिंदुस्तान बेहद ही खूबसूरत और अमन पसंद मुल्क है। यहां आवाम के दिलों में बड़ी मोहब्बत है। मैं तहे दिल से उनकी इस मोहब्बत का इस्तेकबाल करता हूं। मैं दुनियाभर में अमन-चैन का पैगाम लेकर जाता हूं। अमन के इस पैगाम को लेकर आपके शहर आया हूं। आर्थिक मुश्किलों के चलते जो लोग बगदाद नहीं जा पाते, उनके लिए बगदाद ही यहां उनके घर आ गया है। आइए और बगदाद से मिलें।
यह अल्फाज मुस्लिम समाज के धर्म गुरु सल्लल्लाहू अलैहे वसल्लम (पैगम्बर मोहम्मद साहेब) के 28वीं पीढ़ी व गौस-ए-पाक की 18वीं पीढ़ी के शहजादे प्रिंस आफ ईराक अश्शाह हजरत अल शैख अल सैय्यद हाशिम अल गिलानी अल हसनी वल हुसैनी अल कादरी अल बगदादी के हैं। वे पुरानी बस्ती निवासी हाजी मोहम्मद साकिर के घर पर मीडिया से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने इस दौरान कहा कि भारत ऐसा मुल्क है, जहां 100 साल से ही नहीं, उससे पहले मंगोलियन काल से उनके पूर्वजों का आना-जाना रहा है।
हिंदुस्तान एक बड़ा और वृहद लोकतांत्रिक देश है। हिंदुस्तान में मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार है। उन्होंने भारत में बसने वाले मुस्लिम बंधुओं के लिए उनका क्या संदेश है, इस पर उन्होंने कहा कि मैं उनसे यही कहना चाहूंगा कि बेहतर कल के लिए एक-दूसरे से जुड़ें, बेहतर उम्मीद के लिए एक-दूसरे को सुनें, हमेशा अपनी आंखों से देखें। अल्लाह सूरत को नहीं देखते, वे हमेशा इबादत करने वाले के दिल को देखते हैं, इसलिए अपने दिल से उनकी इबादत करें।
मरकजी सीरत कमेटी ईदगाह रोड पुरानी बस्ती की ओर से सैय्यद हाशमी की अगुवाई की गई। कमेटी की ओर से आयोजित गौसुलवरा कान्फ्रेंस में उन्होंने कोरबा की आवाम को संबोधित किया। अपने संदेश दिए। इससे पूर्व शहर आगमन पर उनका इस्तेकबाल किया गया। सैय्यदी का कारवां सीएसईबी चौक से शाही जुलूस की शक्ल में ट्रांसपोर्टनगर-पावर हाउस रोड होते हुए जामा मस्जिद तक पहुंचा। आवाम द्वारा शाही जुलूस पर फूलों की बारिश की गई। इसके पश्चात कब्रिस्तान पुरानी बस्ती पहुंचकर उन्होंने तमाम मरहूमों के लिए फातिहा पढ़कर दुआएं की। इस दौरान हाजी मोहम्मद शाकिर, कमेटी के अध्यक्ष मिर्जा आसिफ बेग, सेक्रेटरी मोहसिन मेमन, कैशियर सागिर खान सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग मौजूद रहे।