कुदुरमाल पुल बंद, वैकल्पिक मार्ग ही बना खतरा,प्रशासन की लापरवाही पर भड़के ट्रांसपोर्टर
नमस्ते कोरबा : कोरबा ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कुदुरमाल पुल बंद होने और वैकल्पिक मार्ग की अव्यवस्था को लेकर प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया। एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट कहा कि प्रशासन ने समस्या का समाधान करने के बजाय एक और बड़ा संकट खड़ा कर दिया है।
ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन ने बताया कि कुदुरमाल पुल बंद होने के बाद भारी वाहनों को बाल्को की ओर भेजा जा रहा है। लेकिन उस मार्ग पर स्थित डेंगूरनाला पुल अत्यंत जर्जर है और वर्षों से मरम्मत का इंतजार कर रहा है। ट्रांसपोर्टरों ने कहा स्थानीय लोगों को भी इस पुल पर चलने में डर लगता है, ऐसे में भारी ऑक्सीजन टैंकर, कोयला ट्रक, व भारी वाहन गुजरना हादसे को निमंत्रण देने जैसा है
कुदुरमाल पुल की बंदी के कारण ट्रकों को वन-वे में ही 25 किलोमीटर अधिक दूरी तय करनी पड़ रही है। इससे रोज़ाना हजारों लीटर अतिरिक्त ईंधन खर्च हो रहा है। ट्रांसपोर्टरों ने आंकड़े देते हुए कहा कि इस दूरी से न केवल लागत बढ़ी है, बल्कि औद्योगिक माल ढुलाई की कुल समयावधि भी दोगुनी हो चुकी है, जिसका सीधा असर उद्योगों की सप्लाई चेन पर पड़ रहा है।
एसोसिएशन ने कहा कि उन्होंने कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन दिया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने मांग की कि जिला प्रशासन, एनएचएआई, उद्योग प्रबंधन, परिवहन विभाग और ट्रांसपोर्टर संगठन की संयुक्त बैठक बुलाकर समाधान निकाला जाए। पत्रकार वार्ता में उपस्थित पदाधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि प्रशासन जल्द संतोषजनक समाधान नहीं निकालता, तो ट्रांसपोर्टर आंदोलन, धरना व हड़ताल के लिए बाध्य होंगे।
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