कोरबा में लापरवाही के कारण विदेशी मेहमान की जान खतरे में,ग्रामीणों के अनुसार 3 साल में लगभग 500 पक्षियों की मौत,देखिए यह खास रिपोर्ट
नमस्ते कोरबा : कोरबा में पिछले कई दशक से सात समंदर पार दूर देशों से विदेशी मेहमान आ रहे है। ओपन बिल स्टॉक प्रजाति के सैकड़ो परिंदे सरहद पार से आते है, अपना कुनबा बढ़ाते है और वापस लौट जाते है।
अब उन प्रवासी पक्षियों की जान खतरे में है। वन विभाग के अफसरों की अनदेखी के कारण हर साल 100 से अधिक पक्षियों की मौत हो रही है। जिससे ग्रामवासी काफी आहत है।
कोरबा जिले का परिवेश भाता है विदेशी परिंदों को
प्रदूषण, रेडिएशन और अन्य आधुनिक प्रयोगों से परिंदों को गहरा घात लगा है। पक्षियों की कई प्रजाति विलुप्ति के कगार पर है। मगर कोरबा जिले के लिए अच्छी बात ये है कि यहां का परिवेश विदेशी परिंदों को भाता है।
जी हां श्रीलंका, म्यानमार, बांग्लादेश से मीलों का सफर कर ओपन बिल स्टॉक प्रजाति के ये परिंदे कनकी गांव पहुंचते है। 4 से 5 महीने तक प्रवासी पक्षी यहां रहते है और अपना परिवार बढ़ाकर वापस लौट जातें है। ग्रामीण इन परिंदों को शुभ मानते है।
वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण प्रवासी पक्षियों की जान खतरे में
मगर वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण प्रवासी पक्षियों की जान खतरे में पढ़ गई है।कोरबा में तत्कालीन डीएफओ हेमंत पांडेय ने साल 2008 में इन विदेशी मेहमानों के संरक्षण के लिए योजना बनाई। पेड़ों को फेंसिंग तार से घेरा गया ताकि जंगली जानवर पेड़ पर ना चढ़ सके।
लाइटनिंग से बचाने तड़ित चालक स्थापित किया गया। इतना ही नहीं पक्षियों के बच्चे घोंसले से जमीन पर ना गिरे इसके लिए जाली लगाया गया था। निगरानी के लिए दो वनकर्मियो की तैनाती भी की गई थी। मगर पिछले तीन साल इनकी सुरक्षा भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि इस लापरवाही के कारण अब तक 500 से अधिक परिंदों की मौत हो चुकी है। मौत का आकड़ा लगातार बढ़ रहा है।
कनकी गांव में प्रसिद्ध शिव मंदिर है। मंदिर प्रांगण में स्थित पेड़ो पर ही परिंदों का बसेरा
कनकी गांव में प्रसिद्ध शिव मंदिर है। मंदिर प्रांगण में स्थित पेड़ो पर ही परिंदों का बसेरा रहता है। प्रवासी पक्षियों को इतने करीब से देखकर श्रद्धालु भी रोमांचित होते है। हर साल 3 हजार से अधिक प्रवासी पक्षी यहां आते है। मगर अब ये परिंदे अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे है। अगर समय रहते विभाग द्वारा इनकी सुरक्षा का सही इंतजाम नहीं किया गया तो हो सकता है कि ओपन बिल स्टॉक का कुनबा इस ठिकाने को हमेशा के लिए छोड़ दें।
जानवर भी नुकसान पहुंचा रहे हैं पक्षियों को
ग्रामीणों की माने तो कोई जानवर रात के अंधेरे में पेड़ों के ऊपर स्थित विदेशी पक्षियों के चुजो को पिछले कई दिनों से काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं और उनकी मौत हो गई है, ग्रामीणों ने बताया कि लगातार वन विभाग के अधिकारियों को सूचना देने के बाद उसे जानवर से पक्षियों की सुरक्षा का इंतजाम किया जा रहा है.
Disclaimer (लेखक द्वारा प्रकाशित खबर सूत्रों एवं तथ्यों पर आधारित है)