राजनीति में जो ठाना उसे करके दिखाया राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने
नमस्ते कोरबा :- मुसीबत के समय में इंसान या तो बिखर जाता है या निखर जाता है। विरले लोग ही होते है जो मुसीबत का सीना चीर कर अपनी तकदीर खुद लिखते हैं। ऐसे ही दास्तां हैं साडा अध्यक्ष से राजनीति की शुरुवात कर प्रदेश के शीर्ष नेताओ में शुमार होने वाले जयसिंह अग्रवाल का। उन्होंने जो ठाना उसे करके दिखाया। राजनीति के चाणक्य मंत्री जयसिंह आज प्रदेश की शीर्ष नेताओ में उनका नाम शुमार हैं।
नगर निगम के महापौर की चुनाव में संख्या कम होने के बाद भी पार्टी का महापौर बनाकर दिखा दिया कि हार के जितने वाले को ही बाजीगर कहा जाता है।पार्टी में बढ़ते कद को लेकर पार्टी के अंदरखाने के लोग ही मंत्री को कई बार गिराने का प्रयास भी किया लेकिन जब जब रोकने का प्रयास किया तब तब दोगुने उत्साह से मेहनत कर साबित कर दिया कि तुम मुझको कब तक रोकेगे
राजनैतिक जीवन की शुरुआत छात्रसंघ से की। सर्वप्रथम कोरबा में छात्र संघ के अध्यक्ष बने। फिर अविभाजित मध्यप्रदेश में 1996 से 1998 तक राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त; साडा के अध्यक्ष रहे। वर्ष 1998 से 2003 तक बतौर सांसद प्रतिनिधि, कोरबा के रूप में कार्य किया।
कोरबा की जनता ने इस दौरान उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की और संसदीय क्षेत्र में उनकी पहचान बनी। वर्ष 2004 से 2011 तक छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी में महामंत्री के रूप में संगठनात्मक कार्यों से जुड़े रहे। इस दौरान विभिन्न जिलों के संगठन प्रभारी भी रहे। वर्तमान में वर्ष 2010 से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं एवं वर्ष 2008 से लगातार अब तक छत्तीसगढ़ के कोरबा से विधायक एवं छत्तीसगढ़ राज्य में राजस्व मंत्री के महत्वपूर्ण विभाग पर हैं।
कोरबा जिले में इनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है की इनका कार्यालय आम जनों के लिए हमेशा खुला रहता है कोरबा जिले के प्रत्येक व्यक्ति के सुख दुख में हमेशा साथ निभाने के लिए मंत्री जयसिंह अग्रवाल सदैव तत्पर रहते हैं,