Thursday, April 24, 2025

बंजर जमीन को पहले बनाया उपजाऊ…फिर इस फसल की खेती से कर रहे बंपर कमाई…जानिए कोरबा के इस किसान की सफलता की कहानी

Must Read

बंजर जमीन को पहले बनाया उपजाऊ…फिर इस फसल की खेती से कर रहे बंपर कमाई…जानिए कोरबा के इस किसान की सफलता की कहानी

नमस्ते कोरबा :- आज के समय में हमारे देश के अधिकांश किसान खेती को लेकर काफी जागरूक हो गए. वे पारंपरिक खेती को छोड़ नई तकनीक अपनाकर उन्नत किस्मों की फसलों की खेती कर रहे हैं. इससे उन्हें अच्छा-खासा मुनाफा हो रहा है.

आज हम आपको कोरबा के एक ऐसे किसान की सफलता की कहानी बता रहें, जिनकी जमीन बंजर थी. इसके बावजूद वे मायूस नहीं हुए. उन्होंने अपनी बंजर जमीन को पहले उपजाऊ बनाया और फिर उसपर सूरजमुखी और मूंगफली की खेती करनी शुरू कर दी. आज इस किसान की बंपर कमाई हो रही है.

कोरबा जिले स्थित भटगांव के किसान दिलीप कुमार कंवर ने बंजर खेत से बंपर पैदवार करने का कमाल कर दिखाया है. दिलीप आदिवासी समुदाय से आते हैं. उनके पास जो थोड़ी सी जमीन थी वह भी पूरी तरह बंजर थी. उन्होंने अपने खेत को उपजाऊ बनाने की ठानी. खेतों की महीनों तक खूब जुताई की और उनमें जैविक खाद डाला. इस तरह से जमीन फसल लगाने के लिए पूरी तरह से तैयार हो गई.

दिलीप बताते हैं कि जब खेत पूरी तरह से तैयार हो गए तो उन्होंने इस पर धान-गेहूं की जगह सूरजमुखी की खेती करने की सोची. वह बताते हैं कि पहली बार मैंने रतनपुर में सूरजमुखी के खेत देखे थे. फिर इस खेती की पूरी जानकारी ली. इसके बाद सूरजमुखी के बीज खरीदकर अपने खेतों में बुआई की.

वह वर्तमान समय में सूरजमुखी के साथ मूंगफली की भी खेती कर रहे हैं. तीन एकड़ खेत में दोनों फसलों की खेती की है. इस तरह से वह एक समय में दोहरी खेती कर रहे हैं. दिलीप बताते हैं कि इस फरवरी में जिस सूरजमुखी और मूंगफली की फसल लगाई है, उसे मई में काटने की तैयारी है. उम्मीद है कि मूंगफली और सूरजमुखी दोनों से ही तेल निकालकर दो से ढाई लाख रुपए का मुनाफा हो सकता है.

दिलीप बताते हैं कि जिस मेड़ को किसान खाली छोड़ देते हैं, वहां कोई फसल नहीं लगाते हैं, उस मेड़ पर मैं सूरजमुखी लगा देता हूं. सूरजमुखी की फसल के नीचे मूंगफली भी लगा रखी है. इस भीषण गर्मी के मौसम में भी उनके खेत में सूरजमुखी की फसल लहलहा रही है. आपको मालूम हो कि सूरजमुखी के फूलों की खासियत होती है कि वो सूर्य की तरफ मुंह करके ही पूरा दिन खिले रहते हैं.

दिलीप बताते हैं कि धान की फसल की तुलना में सूरजमुखी और उसके नीचे मूंगफली की खेती में कम मेहनत लगती है. इस फसल की सिंचाई भी कम करनी पड़ती है. इन दोनों फसलों की बाजार में मांग भी काफी रहती है. दिलीप का कहना है कि किसानों को पारंपरिक खेती को छोड़ सूरजमुखी के फूल लगाने चाहिए.

इससे किसान भाई कम मेहनत में अधिक लाभ कमा सकते हैं. दिलीप की देखादेखी उनके गांव के अन्य किसानों ने भी सूरजमुखी की खेती करनी शुरू कर दी है. सूरजमुखी के फूल का आकार जितना बड़ा होगा, इससे उतना ही अधिक तेल निकलेगा.

- Advertisement -

सब्सक्राइब करें नमस्ते कोरबा न्यूज़ YOUTUBE चैनल

4,530SubscribersSubscribe
- Advertisement -
Latest News

गोपालपुर आईटीआई के समीप जंगल में लगी आग,फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर पाया काबू 

गोपालपुर आईटीआई के समीप जंगल में लगी आग,फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर पाया काबू नमस्ते कोरबा  : गोपालपुर...

More Articles Like This

- Advertisement -