इष्ट देव को मनाने की अनोखी परंपरा,शरीर को छल्ली कर, करते है अनुष्ठान,आस्था या अनहोनी का भय? देखे दिल दहलाने वाला विडियो
नमस्ते कोरबा :- कोरबा पाली ब्लॉक के ईरफ गांव के ग्रामीण अपने इष्ट देव को प्रसन्न करने के लिए 3 वर्षों में एक बार नवरात्रि के समापन पर इस महोत्सव का आयोजन करते हैं. महोत्सव के दौरान पूरे गांव में मेला लगता है और दूर दराज से लोग इस महोत्सव को देखने पहुंचते हैं,
हिंदू धर्म में कई देवी देवताओं की पूजा आराधना की जाती है. जिनकी अलग-अलग मान्यता होती है. वहीं ,हिंदू धर्म में तीन प्रकार के देवताओं जैसे कुलदेवता, ग्राम और इष्ट देवता की भी आराधना की जाती,
ग्रामीणों द्वारा अपने इष्ट देवता और जावरा को अपने सिर पर रखकर पूरे गांव का भ्रमण कराया जाता है। भक्ति की शक्ति देखने को मिलती है। लोग द्वारा अपने जीभ को नुकीले राड से आर पार करते हुए हाथ और गाल में भी छेद कर झूमते हुए पूरे गांव का भ्रमण करते हैं, महोत्सव के दौरान गांव की खुशहाली एवं ग्रामीणों की आर्थिक संपन्नता तथा आरोग्य रहने हेतु बलि देने की भी प्रथा हैं, ग्रामीणों का मानना है कि ऐसा न करने पर गांव के इष्ट देव नाराज हो जाएंगे और गांव में विपत्ति आएगी,
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