अहंकारयुक्त यज्ञ कभी सफल नहीं होतेः श्रीहित ललित वल्लभ नागार्च
नमस्ते कोरबा :- पंडित रविशंकर शुक्ला नगर में श्रीमद् भागवत महापुराण सप्ताह का शुभारंभ वृंदावन धाम के प्रख्यात प्रवक्ता श्री हित ललित वल्लभ नागार्च द्वारा विधि विधान से पूजा पाठ के साथ किया गया।
भागवत सप्ताह के प्रथम दिन पंडित रविशंकर शुक्ल नगर की कथा स्थल से भव्य शोभायात्रा एवं विशाल कलश यात्रा निकाली गई। जो पूरे वार्ड भ्रमण के बाद वापस कथा स्थल पर पहुंची। जहां पर कलशों की स्थापना की गई। जिसके बाद संगीतमय श्रीमद् भागवत महापुराण का प्रारंभ श्री नागार्च द्वारा किया गया।
वृंदावन से आए हुए कथा व्यास महाराज श्री हित ललित वल्लभ ने कहा कि भगवान की लीला अपरंपार है। वे अपनी लीलाओं के माध्यम से मनुष्य व देवताओं के धर्मानुसार आचरण करने के लिए प्रेरित करते हैं। श्रीमद् भागवत कथा मन की शुद्धि का साधन है। तन का स्नान तो लोग नाना प्रकार के साधन से कर लेते हैं, परंतु मन की शुद्धि के लिए सत्संग आवश्यक होता है। सत्संग श्रवण के लिए किसी उम्र सीमा की वैधता नहीं है। श्रीमद भागवत कथा के महत्व को समझाते हुए कहा कि भागवत कथा में जीवन का सार तत्व मौजूद है। आवश्यकता निर्मल मन और स्थिर चित्त के साथ कथा श्रवण करने की है।
भागवत कथा परिवार के पदाधिकारियों ने शहर के श्रद्धालुओं से बड़ी संख्या में उपस्थित होकर पंडित रविशंकर शुक्ल नगर में चल रही भागवत कथा का श्रवण लाभ लेने की अपील की है