TI युवराज के प्रयास से मिला वैकल्पिक रोजगार, 12 भूविस्थापितों को राहत
नमस्ते कोरबा :- SECL की खदान परियोजनाओं से प्रभावित भूविस्थापितों की लंबित रोजगार, मुआवजा, बसाहट सहित अन्य मसलों को लेकर प्रबंधन के साथ गतिरोध के हालात बार-बार बन रहे हैं। इस कड़ी में कुसमुण्डा परियोजना के कुछ भूविस्थापितों के द्वारा भी अपनी नौकरी की मांग को लेकर खदान में गतिरोध उत्पन्न किया गया। इस गतिरोध में बीच का रास्ता निकालकर उन्हें राहत पहुंचाने में काफी महत्वपूर्ण कार्य थाना प्रभारी द्वारा किया।
दिनाँक 29 मई को कुसमुण्डा परियोजना के भूविस्थापित लम्बोदर श्याम एवं 11 अन्य व्यक्तियों द्वारा पुराने रोजगार प्रकरण को लेकर खदान में हड़ताल किया गया। इससे पूर्व SECL मुख्यालय द्वारा उनके प्रकरण को निरस्त किया जा चुका है एवं पत्र के द्वारा उनको सूचित भी किया जा चुका है।
इसके बाद 29 मई 2025 की हड़ताल को रोकने एवं खदान का कार्य शुरू करने हेतु प्रबंधन, नगर प्रशासन एवं विशेषकर कुसमुंडा थाना प्रभारी निरीक्षक युवराज तिवारी का बहुत सराहनीय योगदान रहा।
थाना प्रभारी ने मौके पर पहुँच कर लम्बोदर श्याम एवं उनके साथियों को समझाईश दी। हड़तालियों ने मामला न्यायालय ले जाने एवं फैसला आने तक वैकल्पिक रोजगार की मांग की। थाना प्रभारी द्वारा दोनों पक्षों की मध्यस्थता कर हड़ताल समाप्त करवाया गया।
महाप्रबंधक कुसमुंडा सचिन पाटिल द्वारा 10 दिन के अंदर प्रभावित लोगों को वैकल्पिक रोजगार उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया। थाना प्रभारी का यह प्रयास काफी प्रशंसनीय रहा जिसके चलते कुसमुंडा क्षेत्र के एक दिन के उत्पादन की क्षति नहीं हुई और भूविस्थापितों की वर्तमान में बेरोजगारी की समस्या का समाधान हुआ।