सुहागिनों का सबसे बड़ा पर्व करवा चौथ बस एक दिन बाद मनाया जाएगा। इस दिन विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए निराजल व्रत रहती हैं। इस बार का महापर्व करवाचौथ कई अच्छे संयोग लेकर आ रहा है। इस बार करवा चौथ पर सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ-साथ शिवयोग, बुधादित्य योग, सप्तकीर्ति, महादीर्घायु और सौख्य योग भी बन रहे हैं। शास्त्रों में इन योगों के महत्व में विस्तृत जानकारियां दी गई हैं। ये सभी योग बहुत ही महत्वपूर्ण हैं और इनसे इस करवा चौथ की महत्ता और भी बढ़ जाती है।सुहागिनों के लिए इस बार करवा चौथ खास होगा अमर चौहान के लिए रखा जाने वाला है या व्रत 4 नवंबर को पड़ रहा है इस पर्व को उत्साह से मनाने के लिए सुहागिनी तैयारी में जुट गई है इस पर्व के लिए खास माने जाने वाला करवा मिट्टी का छोटा घड़ा बाजार में पहुंच चुका है सुहागिनी ने अपने पति की लंबी आयु की कामना के लिए यह व्रत करेंगे कहीं-कहीं इस व्रत को कुंवारी लड़कियां भी निर्जला व्रत रख मनोवांछित वर पाने के लिए करने लगी हैं इस पर्व को अब तक सुहागी ने एक समूह में एकत्रित होकर मनाती रही है लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से यह संभव होते नहीं दिख रहा इस दिन महिलाओं को सोलह श्रृंगार करके ही पूजा में शामिल होना चाहिए यही वजह है कि महिलाएं इन दिनों बाजारों में सोलह श्रृंगार व पूजन की सामग्री खरीदने में जुटी हुई है पूजा में करवा चौथ की कथा सुनने के बाद रात को चंद्रमा को अर्घ्य देने के साथ समाप्त करेंगे करवा चौथ पर पूजा मुहूर्त शाम 5:29 से 6:48 तक का करवा चौथ चंद्रोदय रात 8:24 के आस पास होने की उम्मीद है कोरोना संक्रमण के कारण करवा चौथ में महिलाएं सामूहिक रूप से पूजा विधान नहीं कर पाएंगे शहर में अलग-अलग कालोनियों में एक समूह एकत्र होकर महिलाएं पूजा करती रही हैं लेकिन इस बार उन्हें अपने अपने घर में ही रहते हुए करवा चौथ की पूजा करनी होगी
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