कोरबा के श्वेता हॉस्पिटल में प्रीमैच्योर शिशु की सफल देखभाल ने रचा विश्वास का नया अध्याय
नमस्ते कोरबा : शहर के श्वेता हॉस्पिटल से एक प्रेरणादायी खबर सामने आई है। यहाँ डॉक्टरों की विशेषज्ञ टीम और आधुनिक सुविधाओं की बदौलत एक प्रीमैच्योर शिशु को नया जीवन मिला है। यह घटना न सिर्फ़ परिवार के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं, बल्कि आमजन के बीच अस्पताल की विश्वसनीयता को भी और मजबूत कर गई है।
छह माह में ही बिगड़ी स्थिति
मूलतः कोरबा निवासी सरोजनी आदित्य और अजय कुमार श्वेता हॉस्पिटल में नियमित इलाज करा रहे थे। गर्भावस्था के छठे महीने में अचानक सरोजनी की तबियत बिगड़ी और जटिलताएँ बढ़ने लगीं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए गायनिक विशेषज्ञ डॉ. एम. कुजूर ने शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. विनय वर्मा से परामर्श कर तत्काल ऑपरेशन का निर्णय लिया।
मात्र 1 किलो वज़न में जन्मा शिशु
ऑपरेशन के बाद बेहद प्रीमैच्योर शिशु का जन्म हुआ, जिसका वजन केवल 1 किलो था। सामान्य हालात में ऐसे बच्चों का बच पाना मुश्किल माना जाता है। जन्म के तुरंत बाद नवजात को अस्पताल के अत्याधुनिक एनआईसीयू में भर्ती किया गया। यहाँ डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ ने 24 घंटे निगरानी करते हुए विशेष देखभाल की।
संघर्ष और उम्मीद
बीच में तकनीकी कारणों से अस्पताल अस्थायी रूप से बंद हुआ, जिससे बच्चे को अन्यत्र ले जाना पड़ा। इस दौरान उसका वजन घटकर मात्र 900 ग्राम रह गया। यह परिजनों के लिए बेहद चिंता का विषय था। लेकिन जब दोबारा श्वेता हॉस्पिटल में भर्ती किया गया, तो डॉक्टरों ने अथक प्रयास कर महज दो हफ्तों में शिशु का वजन बढ़ाकर 1540 ग्राम कर दिया। आखिरकार स्वस्थ अवस्था में शिशु को डिस्चार्ज कर दिया गया।
“हमारे लिए चमत्कार से कम नहीं”
बच्चे के माता-पिता ने भावुक होकर कहा,जब हर ओर निराशा छा रही थी, तब श्वेता हॉस्पिटल के डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ ने हमें उम्मीद दी। उनकी सेवाएँ और समर्पण देखकर हमें विश्वास हुआ। आज हमारा बच्चा स्वस्थ है और इसका पूरा श्रेय यहाँ की टीम को जाता है।
भरोसेमंद स्वास्थ्य केंद्र
श्वेता हॉस्पिटल लंबे समय से कोरबा और आसपास के क्षेत्रों के लिए भरोसेमंद स्वास्थ्य केंद्र बना हुआ है। यहाँ गायनिक और शिशु रोग विशेषज्ञ 24 घंटे उपलब्ध रहते हैं। अत्याधुनिक एनआईसीयू, इन-हाउस पैथोलॉजी और दवाओं की सुविधा मरीजों को एक ही छत के नीचे उपचार उपलब्ध कराती है।
कोरबा के लिए गर्व
यह सफलता न सिर्फ़ एक परिवार को खुशियाँ लौटा लाई है, बल्कि इसने यह साबित किया है कि समय पर सही उपचार और आधुनिक सुविधाएँ कठिन से कठिन परिस्थिति को भी बदल सकती हैं। श्वेता हॉस्पिटल की यह उपलब्धि कोरबा ही नहीं, पूरे अंचल के लिए गर्व की बात है।
Read more :- Weekend special : सोशल मीडिया का शनिवार लाइक्स और शेयर से आगे की दुनिया