सीएसईबी फुटबॉल ग्राउंड में उग आई लापरवाही की झाड़ियाँ, बच्चों की सुरक्षा खतरे में,खेल मैदान बना डर का मैदान
नमस्ते कोरबा :- कभी जहाँ बच्चों की खिलखिलाहट गूंजा करती थी, आज वहाँ झाड़ियों की सरसराहट सुनाई देती है। शहर के प्रतिष्ठित सीएसईबी फुटबॉल ग्राउंड की हालत आज अनदेखी की खुली तस्वीर बन गई है। चारों ओर उगी अनियंत्रित झाड़ियाँ न सिर्फ बच्चों के खेलने में बाधा बन रही हैं, बल्कि उनकी जान को भी जोखिम में डाल रही हैं।
सुबह-शाम यहाँ आने वाले छोटे-छोटे बच्चे और युवा खेल प्रेमी अब खतरों के बीच दौड़ने और खेलने को मजबूर हैं। मैदान के किनारों पर उगी मोटी झाड़ियों में जहरीले जीव-जंतुओं के छिपे होने का खतरा बना रहता है। कुछ जगहों पर कांच के टुकड़े और फेंका हुआ कचरा बच्चों की चोट का कारण बन सकते हैं।
अगर किसी दिन कोई बच्चा खेलते वक्त झाड़ियों में गिरकर गंभीर रूप से घायल हो जाए या जानवर काट ले, तो जिम्मेदार कौन होगा? प्रशासन? नगर निगम? खेल विभाग?
नगर निगम एक ओर जहां शहर को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के बड़े-बड़े दावे कर रहा है, वहीं सीएसईबी प्रबंधन और निगम प्रशासन इस सार्वजनिक मैदान की उपेक्षा कर रहे हैं। यदि समय रहते मैदान की घास और झाड़ियों की कटाई नहीं की गई और सुरक्षा के उपाय नहीं किए गए, तो किसी बड़ी दुर्घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
स्थानीय नागरिकों और अभिभावकों ने मांग की है कि नगर निगम और सीएसईबी प्रबंधन तत्काल इस मामले में संज्ञान लें और ग्राउंड की साफ-सफाई तथा बच्चों की सुरक्षा के समुचित उपाय सुनिश्चित करें।
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