महापौर का पद बड़ा की विधायक या संसदीय सचिव का :- कोरबा के लोगों के जेहन में एक ही सवाल
नमस्ते कोरबा :- कोरबा विधानसभा से भाजपा ने पूर्व महापौर एवं पूर्व में कटघोरा विधायक तथा संसदीय सचिव रहे लखनलाल देवांगन को टिकट दिया है, जो विगत लगभग डेढ़ माह से जनसंपर्क कर रहे हैं, जनसंपर्क के दौरान भाजपा प्रत्याशी लखन लाल देवांगन लोगों के बीच जाकर जब खुद कोरबा नगर निगम में महापौर थे तब के कार्यों का बखान कर रहे हैं, एवं लोगों को उस समय नगर निगम द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी दे रहे हैं, जिस पर लोग मजे ले रहे हैं लोगों का कहना है कि विधायक या संसदीय सचिव रहते लखन लाल देवांगन ने कोई ऐसा कार्य नहीं किया जिसका वह जिक्र कर सकें,
आपको बता दें कि लखन देवांगन 16 जनवरी 2005 से 11 जनवरी 2010 तक महापौर थे यानी कि लगभग 18 साल पहले, उसके बाद भाजपा पार्टी ने उन पर भरोसा दिखाते हुए कटघोरा विधानसभा से टिकट दिया जिस पर वह विजई होते हुए 8 दिसंबर 2013 से 11 दिसंबर 2018 तक विधायक रहे इसी बीच तत्कालीन रमन सरकार ने 2015 से 2018 के बीच में उन्हें संसदीय सचिव के पद पर भी नियुक्त किया,लोगों के मन में अब यह एक सवाल उठ रहा है कि राजतंत्र में महापौर का पद बड़ा है की एक विधायक या संसदीय सचिव का क्योंकि लखन देवांगन जनसंपर्क के दौरान केवल अपने महापौर रहते किए गए कार्यों का ही बखान करते नजर आ रहे हैं, लोगों ने सवाल किया कि क्या विधायक या संसदीय सचिव रहते कोई ऐसा कार्य नहीं किया जिनको वह लोगों को बता सके,