सावन सोमवार को घंटाघर परिसर में मोबाइल एसेसरीज के एक स्टोर रूम में निकाला कोबरा सांप
नमस्ते कोरबा – कोरबा के हृदय स्थल कहे जाने वाले घंटाघर में मोबाइल एसेसरीज के एक स्टोर रूम में कोबरा सांप घुस गया। छोटे से छेद में घुसे कोबरा को निकालने दुकानदार ने छेद के मुहाने में आग लगा दी ताकि धुंआ से सांप बाहर निकल जाए। दुकानदार को ऐसा करते देख मीडियाकर्मियों ने उसे रोका और स्नैक कैचर को फोन कर सांप को सुरक्षित रेस्क्यू करवाया।
दरअसल घंटाघर के पास फुटपाथ पर अनवर मोबाइल एसेसरीज की ओपन दुकान लगती है, जिनका सामान घंटाघर में स्थित व्यावसायिक दुकानों के पास छोटे से एक स्टोर रूम में रखा जाता है। जहां पहले STD-PCO चलता था। सोमवार को जब दुकानदार सामान निकालने अपने स्टोर रूम पहुंचा तब उसने स्टोर रूम में कोबरा सांप को देखा, लेकिन दुकानदार की आहट मिलते ही सांप स्टोर रूम के एक छोटे से छेद में घुस गया। दुकानदार ने झटपट स्टोर से सामान खाली किया और कोबरा को बाहर निकालने जद्दोजहद करने लगा।
जब कोबरा सांप बाहर नही आया तो उसने पुराने जींस में पेट्रोल डालकर स्टोर के छेद के मुहाने में आग लगा दी, ताकि आग की जलन और धुवे की वजह से सांप बाहर निकल जाए।
दुकानदार को जब ऐसा करते वहां मौजूद मीडियाकर्मियों ने देखा तो उसे समझाया की ऐसा करने से कोबरा मर भी सकता है।
समझाने पर दुकानदार मान गया जिसके बाद मीडियाकर्मियों ने स्नैक रेस्क्यू टीम प्रमुख जितेंद्र सारथी को फोन किया और घंटाघर स्थित स्टोर रूम में सांप घुसने की सूचना दी।
सूचना मिलते ही जितेंद्र सारथी मौके पर पहुंचे और सांप को निकालने रेस्क्यू शुरू किया। जब स्नैक रेस्क्यूअर जितेंद्र सारथी रेस्क्यू कर रहे थे तब कोबरा बहुत गुस्से में दिखा। गुस्से में उसने रेस्क्यू में इस्तेमाल स्टिक को ही चबाने की कोशिश की।
आखिरकार जितेंद्र सारथी ने कोबरा का सफल रेस्क्यू कर उसे हवादार प्लास्टिक के डिब्बे में कैद किया।
कोबरा का रेस्क्यू के बाद वहां मौजूद दुकानदारों ने चैन की सांस ली।
कोबरा सांप का रेस्क्यू करने के बाद जितेंद्र सारथी ने लोगों से अपील की कि सावन के महीने में लोग सांपों को शुभ मानते है, यह अपनी आस्था के लिए ठीक है लेकिन वह एक जीव है उसे नही मालूम की लोग उसे किस नजरिए से देख रहे हैं, वह डस भी सकता है। इसलिए सावधानी रखें।








