नमस्ते कोरबा :- छत्तीसगढ़ राज्य में कोरबा नगर निगम सालाना बजट करोड़ों रुपए का है, जहां पर नगर निगम शहर के सौंदर्यीकरण के नाम पर बेहिसाब खर्च करता है,वही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति को एक चश्मा नहीं लगवा पा रही है,

हम बात कर रहे हैं बुधवारी बाजार के समीप स्थित गांधी जी की प्रतिमा का जो कि पिछले कई वर्षों से खंडित अवस्था में है,जिसमें नगर निगम सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी ध्यान नहीं जा रहा,हमने गांधी जी की पुण्यतिथि पर नगर निगम के आयुक्त से इस संबंध पर चर्चा की थी और उन्होंने हमें आश्वासन दिया था कि जल्द से जल्द गांधी जी की प्रतिमा का कायाकल्प हो जाएगा,परंतु आज उनके जन्मदिवस पर भी प्रतिमा वैसी की वैसी ही हैनगर निगम में विपक्ष की भूमिका निभा रही भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेताओं ने भी इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश की और केवल सोशल मीडिया के माध्यम से ही गांधीजी के प्रति अपनी कृतज्ञता जाहिर की और खूब वाहवाही लूटी परंतु धरातल पर स्थिति कुछ और है, महापौर राज किशोर प्रसाद से जब गांधीजी की खंडित प्रतिमा के बारे में जानकारी चाही गई तो उन्होंने इस मामले से अनभिज्ञता जाहिर कर दी और कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है उसी प्रकार नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि उनके द्वारा पार्षद दल के साथ आयुक्त और महापौर के संज्ञान में इस मामले को रखा गया है उन्होंने यह भी बताया कि नगर निगम के द्वारा उन्हें जानकारी दी गई है कि उक्त स्थल पर कार्य चालू है अगर ऐसा नहीं है तो वह स्वयं के खर्च से गांधी जी की प्रतिमा का कायाकल्प कराएंगे, अब यहां पर देखना होगा कि जिन महापुरुषों की जीवनी और उनके बलिदान को पढ़कर कोरबा के राजनेता अपनी राजनीति कर रहे हैं,उनकी प्रतिमाओं के अपमान पर कब तक मौन धारण करके रहेंगे,
