नमस्ते कोरबा ::कोरोनाकाल में वैश्विक मंदी के बीच वेदांता समूह ने बालको कंपनी का विस्तार करने का फैसला लिया है, इससे भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की उम्मीद है, वही बालको, कोरबा सहित अन्य प्रदेश के बेरोजगारों को रोजगार मिलने की संभावना जताई जा रही है, वेदांता समूह ने कोरोनाकाल में बालको विस्तार करने का बीड़ा उठाया है, इस विस्तार योजना की पर्यावरणीय जनसुनवाई 17 फरवरी को बालको नगर में आयोजित की गई है, जनसुनवाई में दावा और आपत्ति आमंत्रित की जाएगी. स्थानीय लोगो का कहना है कि कोरोना संक्रमण से निजात पाने के लिए देश ने वैक्सीन विकसित करने में कामयाबी हासिल की है. इसी तरह से मंदी के दौर में जब बड़े उद्योग घराने नए उद्योग स्थापित करने का जोखिम नहीं उठाना चाह रहे है. इस आर्थिक संक्रमण में वेदांता समूह ने बालको विस्तार करने का निर्णय लिया है. विस्तार योजना बेरोजगारों के लिए यह ऐसा वैक्सीन साबित होगी जिससे बेकार हाथो को काम मिलेगा, साथ ही कोरबा के औद्योगिक विकास को भी गति मिलेगी. इसका असर व्यापार में भी पड़ेगा, बालको और कोरबा के व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को भी लाभ मिलेगी. स्थानीय लोगो का कहना है कि बालको की वर्तमान एल्युमिनियम उत्पान क्षमता 5 लाख 75 हजार मीट्रिक टन है इसे बढ़ाकर 10 लाख 85 हजार मीट्रिक टन किया जा रहा है, इस विस्तार योजना को आकार देने के लिए देश भर के निजी कंपनी भागीदारी देंगे इससे हजारो बरोजगारों को रोजगार मिलेगी. कोरोना संक्रमण काल में भारी संख्या में लोग बेरोजगार हुए है, इस स्थिति से उबरने के लिए बालको का विस्तार बेरोजगारों के लिए रामबाण साबित हो सकती है.

हालांकि बालको पर स्थानीय रोजगार को कुचलने और पर्यावरण नियमों की धज्जियां उड़ाने के आरोप दशकों से लगते रहे हैं। बालको चाहे तो स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिल सकता है। क्षमता दोगुनी होगी तो रोजगारों की संख्या भी दोगुनी हो जानी चाहिए
नमस्ते कोरबा के लिए भूपेंद्र साहू