
सामान्य सभा में ऐसा प्रस्ताव तैयार किया गया है कि एक ही परिवार के एक से अधिक सदस्यों को भू- खण्ड का आबंटन हो जाए। जानकारी के अनुसार इस नियम विरूद्ध आबंटन के लिए सत्तारूढ़ दल के नेता दबाव बनाये हुए हैं। इसी दबाव के कारण अधिकारी अवैध प्रस्ताव पर मुहर लगवाने में जुटे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार इसी प्रकार कुछ अन्य लोग भी एक से अधिक भू-खण्ड हासिल करने के करीब हैं। इस मामले में कुछ ऊपरी लेन-देन की भी चर्चा सुनने में आ रही है।
मजे की बात तो यह है कि एक ओर नियम को दर- किनार कर कुछ लोगों को अनुचित लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर एक परिवार को एक ही भू-खण्ड की पात्रता का हवाला देकर कोरबा पश्चिम में एक हितग्राही को अपात्र मानकर आबंटन निरस्त किया गया है। प्रस्ताव की कंडिका- 01 में उच्च आय वर्ग के भू- खण्ड क्र. 509 एवं 530 हेतु क्रमशः विजय कुमार दुबे और श्रीमती दीपा दुबे ने निविदा में हिस्सा लिया था और दोनों का दर सर्वाधिक पाया गया था। निविदा शर्त क्रमांक- 02 का हवाला देकर उनके एक भू-खण्ड की पात्रता को आवेदन मिलने पर निरस्त किया गया है।जबकि दूसरी ओर मां और पुत्र होने के बाद भी भू- खण्ड क्रमांक- 51 और 88 के आबंटन की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।