
करतला : कोरबा-चांपा मुख्य मार्ग में फोर लेन निर्माण कार्य जारी है जिसके बाद से ही सड़क की हालात इतना ज्यादा खराब हो चुकी है की यात्रियों का चलना मुश्किल हो गया है। ठेकेदारों द्वारा सड़क पर पाट रहे राखाड़, धूल और डस्ट से लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। वही गड्डे पाटने के लिए पत्थर युक्त मिट्टी का इस्तेमाल करने से गाड़ियों के परखच्चे उड़ रहे है और पत्थर के छिटकाव से लोग घायल भी हो रहे है।
खराब सड़क की वजह से बाइक वाले धूल- डस्ट से तो बड़े वाहन वाले पथरीले मार्ग से परेशान है। जिला प्रशासन ने मरम्मत के नाम पर जनता को केवल ठगा है, करोड़ों रुपए खर्च करके भी जनता को अच्छी सड़क नही मिल पा रही है। जबकि प्रदेश स्तर के पीडब्ल्यूडी मंत्री ने राज्य के प्रत्येक सड़क को गड्ढा मुक्त करने का आश्वासन दिया है। दो जिले को जोड़ने वाली सड़क खस्ता हाल में है। यदि सड़क का डामरीकरण नहीं किया गया तो फोर लेन सड़क निर्माण में लगभग 2 वर्षो का समय लगेगा तबतक यात्रियों को काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

लगातार पथरीले मार्ग में चलने से गाडियां बार बार खराब हो रही है जिससे आम नागरिकों को काफी समस्या है। बाईक वाले धूल और डस्ट से हो रहे हलाकन। मोटर सायकल से यात्रा करने वालों को धूल और डस्ट की वजह से सड़क दिखाई ही नहीं पड़ रहा है जिससे दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई है। वही धूल और डस्ट से परिवार के साथ चलना भी मुश्किल हो जा रहा है।
कोथारी से सराईपाली तक सड़क सुधारना भूलें अधिकारी ।
फोर लेन निर्माण कार्य शुरू होने से पहले किए मरम्मत कार्य में जिम्मेदार अधिकारियों एवं ठेकेदारों ने कोथारी से फरसवानी एवं सराईपाली तक मरम्मत कार्य नही कराया जिससे कोथारी से सराईपाली तक लगभग 5 किलोमीटर कुछ ज्यादा ही जर्जर अवस्था में है। जिससे यात्रियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
