नमस्ते कोरबा :- अमर सुहाग की कामना के लिए रखा जाने वाला व्रत सोमवती अमावस्या पर सोमवार को मनाया जा रहा है। यह व्रत त्रि-संयोग लिए हुए है। इसके कारण से खास माना गया है। इस दिन शनि जयंती व वट सावित्री पूजन भी होगा। इस तिथि पर सुकर्मा, सर्वार्थ सिद्धि और बुधादित्य योग भी बन रहा है,
वट सावित्री का व्रत बहुत ही खास माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि वट सावित्री का व्रत करने से पति की दीर्घायु का फल तो प्राप्त होता ही है, साथ ही परिवार में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है। सोमवार को सुहागिनों ने बरगद व पीपल के 108 फेरे लगाते हुए पूजा-अर्चना की गई। निर्जला व्रत रख पति की दीर्घायु के लिए प्रार्थना की।
जिला मुख्यालय के अलावा गांव में भी जगह-जगह बरगद और पीपल की पूजा की गई। सुबह से ही महिलाएं नए वस्त्र, जेवर पहन कर सुहाग के प्रतीक महावर, बिंदिया आदि से श्रृंगार करके पूजा करने निकल पड़ी। महिलाओं के आने-जाने का क्रम जारी रहा। कुछ नई नवेली दुल्हनों के अलावा जिनके घरों में बरगद पीपल के पेड़ हैं, उन्होंने घरों में ही पूजा कर परिक्रमा की। परिक्रमा के दौरान महिलाओं ने विभिन्न प्रकार की वस्तुएं जैसे महावर की पुडिय़ा, चुडिय़ां आदि भगवान को समर्पित किया।चना व बेसन से बने पकवान के साथ ऋतुफल भी चढ़ाए गए। बांस की पतली सिंक में बरगद के लिए बारह व पीपल के लिए पांच बेसन से बने पकवान चढ़ाए गए। बाद में व्रतधारी महिलाओं ने इसका प्रसाद भी ग्रहण किया।







