कोरबा की सड़कों पर तैरते वादे,सड़क नहीं तालाब बना फोरलेन कब जागेगा प्रशासन? गड्ढों से भरी सड़क पर व्यापारियों ने नहाकर जताया विरोध
नमस्ते कोरबा :- शहर के कुसमुंडा मार्ग पर व्यापारियों ने रविवार को ऐसा अनोखा प्रदर्शन किया, जिसने जिम्मेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की नींद हराम कर दी होगी। गड्ढों से भरी सड़क पर बारिश का गंदा पानी जमा है और इसी में व्यापारियों ने नहाकर विरोध जताया, घर में साफ पानी उपलब्ध होने के बावजूद जब लोग दूषित पानी में स्नान करने मजबूर हो जाएं, तो यह सिर्फ विरोध नहीं,व्यवस्था पर करारा तमाचा है।
यह नजारा किसी तालाब का नहीं, बल्कि कुसमुंडा जाने वाली फोरलेन सड़क का है, जो अब तालाब में तब्दील हो चुकी है। पिछले एक दशक से इस सड़क की मरम्मत और फोरलेन निर्माण के नाम पर खेल चल रहा है, लेकिन नतीजा आज भी शून्य है। इमलीछापर चौक और चर्च कॉम्प्लेक्स के सामने सड़क पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। व्यापारियों के अनुसार, बार-बार शिकायत के बाद भी न तो कोई अधिकारी आया,न ही जनप्रतिनिधि झांकने तक पहुंचे।
100 मीटर सड़क बनी मौत का जाल
विकास नगर कुसमुंडा फोरलेन में करीब 100 मीटर तक सड़क पर इतना पानी भरा है कि यह अब तालाब का रूप ले चुकी है। इस पर चलना हादसे को न्योता देने जैसा है। हर दिन इस रास्ते से SECL की खदानों से निकलने वाले 200 से अधिक भारी ट्रक गुजरते हैं। नतीजा गड्ढे और बड़े, सड़क और खतरनाक।
जनता बनाम जिम्मेदार
व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन और नेताओं की उदासीनता ने उनकी रोज़ी-रोटी तक चौपट कर दी है। दुकानों के सामने तालाबनुमा गड्ढे से ग्राहक आना बंद कर चुके हैं। मजबूरन उन्होंने गंदे पानी में स्नान कर यह संदेश देने की कोशिश की कि अब “शर्म करो और काम करो।”
अब कार्रवाई कब?
सवाल यही है,क्या जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस प्रदर्शन से जागेंगे? या फिर यह सड़क इसी तरह मौत और मुसीबत का कारण बनी रहेगी?
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