अशोक वाटिका संचालन पर विपक्ष का सवाल,सुबह फ्री तो शाम को क्यों नहीं?
नमस्ते कोरबा – नगर पालिक निगम के नेता प्रतिपक्ष कृपाराम साहू ने अशोक वाटिका के संचालन पर फिर से सवाल खड़ा किया है । उन्होंने कहा है कि अशोक वाटिका में मार्निंग वाॅक एवं योगाा केन्द्र का आम जन सुबह 5 बजे से 9 बजे तक निःशुल्क सुविधा का लाभ उठा सकते हैं लेकिन शाम के समय वाॅक एवं योगा करने वालों का क्या होगा ।
अशोक वाटिका के संचालन के लिए अर्बन पब्लिक सोसायटी के द्वारा ठेका कंपनी को सौंपा गया
अशोक वाटिका के संचालन के लिए अर्बन पब्लिक सोसायटी के द्वारा ठेका कंपनी को सौंपा गया है, जिसने वाटिका में प्रवेश के लिए प्रवेश शुल्क एवं वाहन पार्किंग शुल्क लगाकर संचालन किया जा रहा है। जबकि निगम प्रशासन को चाहिए कि इस वाटिका में पूरे समय निःशुल्क आना जाना आमजनों का रहे।
ऐसी व्यवस्था देनी चाहिए। जिसने भी ठेका लिया है क्या उसने पहले नहीं सोचा होगा इसका विरोध होगा तो क्या करना होगा सुबह 5 बजे से 9 बजे तक निःशुल्क सुविधा पहले से सोची समझी साजिश का हिस्सा रहा है। श्री साहू ने बताया कि एक फिल्म में राजेश खन्ना मुख्य मंत्री थे । तो होटल व्यवसायियों ने उनसे रोटी के दाम बढ़ाने की मांग रखी तो मंत्री राजेश खन्ना ने व्यापारियों से पूछा अभी एक रोटी के क्या दाम है ? व्यापारियों ने बताया साहब एक रोटी के दो रूपये है इसे बढ़ाकर चार रूपये कर दीजिए । तब मंत्री महोदय ने कहा जाओ आज से एक रोटी का दाम दस रूपये कर दिया।
व्यापारी तो खुश हो हुए लेकिन आमजन नाराज हो गए और इसका विरोध कर दिया। तब मंत्री ने रोटी के दाम दस रूपये से घटाकर पांच रूपये कर दिया जिससे जनता मेें नाराजगी कम हो गई लेकिन व्यापारी फिर खुश हो गये। ठीक ऐसा ही खेल यहां खेला गया है। अशोक वाटिका का संचालन बिल्कुल मुफ्त होना चाहिए ।
कोरबा की जनता को परिवार का हिस्सा मानने वाले मंत्री को चाहिए कि अशोक वाटिका पूरे समय के लिए निःशुल्क करें
कोरबा की जनता को परिवार का हिस्सा मानने वाले मंत्री को चाहिए कि अशोक वाटिका के प्रवेश में लगे शुल्क पूरी तरह हटवाते हुए पूरे समय के लिए निःशुल्क करें। कोरबा की जनता पहले से ही पानी शुल्क, मकान शुल्क, बिजली बिल, सफाई शुल्क, शिक्षा शुल्क, वाहन शुल्क, रोड सड़क शुल्क, मनोरंजन शुल्क, एक प्रकार से सभी प्रकार के शुल्क देते आ रही है।
एक यही हवा (सांस) लेने का शुल्क रह गया था । अब इस पर भी शुल्क लगा दिया गया है। प्रदेश में भाजपा के कथनी और करनी में बड़ा फर्क है। पूरे प्रदेश भर मंे हर जगह, हर सुविधा पर शुल्क लगा रही है।
जल बिहार बुका पर्यटन स्थल पर पहले से ही कार, जीप पर वाहन प्रवेश शुल्क 60 रूपये लिया जाता रहा है साथ ही नौका बिहार के सुविधा पर भी पहले से भारी भरकम किराया लगते रहा है लेकिन अब व्यक्ति के प्रवेश पर प्रति व्यक्ति 25 रूपये का शुल्क लगा दिया गया है।
महंगाई के इस दौर में मनोरंजन, स्वास्थ्य, हवा के लिए भी शुल्क देना पड़ रहा है
महंगाई के इस दौर में मनोरंजन, स्वास्थ्य, हवा के लिए भी शुल्क देना पड़ रहा है। पिछले कोरोना काल में हमने पहली बार आक्सीजन के लिए लोंगो को पैसे देते देखा लेकिन अब यहाँ पर्यावरण सुविधा के लिए भी पैसे देने पड़ रहे हैं ऐसे में कोरबावासी जब तक अशोक वाटिका मे प्रवेश पर शुल्क लगा रहेगा तब तक कोरोना काल को याद करते रहेंगे।
जिला प्रशासन फौरन संज्ञान ले और लोंगो के प्रवेश पर लगाये गये शुल्क नियम को वापस लें
इस पर जिला प्रशासन फौरन संज्ञान ले और लोंगो के प्रवेश पर लगाये गये शुल्क नियम को वापस लें। व्यक्ति के प्रवेश पर शुल्क उचित नहीं इसका हम विरोध करते हैं, विरोध करेंगे नही ंतो आमजनों को जागरूक करते हुए अशोक वाटिका एवं बुका जल बिहार का बहिष्कार करेंगे। जब लोग जाएंगे ही नही ंतो ठेका कंपनी अपने आप नौ दो ग्यारह हो जावेगा। जैसे कोरोना काल में सीटी बस संचालन का ठेकेदार नौ दो ग्यारह हो गया।
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