इंदिरा स्टेडियम के आम सभा में आए ग्रामीण जन रहे भूखे प्यासे
नमस्ते कोरबा :- भाजपा द्वारा प्रियदर्शनी इंदिरा स्टेडियम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आमसभा रखा गया जिसमें तय समय सीमा अनुसार गृहमंत्री लगभग एक घंटा लेट से पहुंचे, कार्यक्रम में कोरबा जिला सहित अन्य जिलों से भी भाजपा कार्यकर्ता एवं अन्य लोगों का आवागमन हुआ था जिसमें से ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोगों ने कार्यक्रम खत्म होने के बाद बताया कि वह सुबह से ही भूखे प्यासे हैं उन्हें किसी प्रकार की मदद नहीं मिली
हमने जब कुछ महिलाओं से बात कर पूछा कि आप किस के कार्यक्रम में आए हो तो उनके द्वारा कहा गया कि उनको नेता का नाम नहीं मालूम मंत्री आया है यह मालूम है बस उन्होंने बताया सभी महिलाएं ready-to-eat में का काम करती थी जिसे मुख्यमंत्री के द्वारा बंद करा दिया गया है इसलिए विभिन्न क्षेत्रों में शिविर के माध्यम से ज्ञापन सौंपा जा रहा है, सभी महिलाएं अपने शिविर में आई थी जिनको मंत्री जी के कार्यक्रम में स्टेडियम लेकर आया गया है इन महिलाओं के साथ में बड़ी संख्या में बच्चे भी थे जो कि देर शाम तक भूखे प्यासे रहे
कोरोना प्रोटोकॉल का किसी तरह पालन नहीं :- गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम में उपस्थित भीड़ के द्वारा किसी भी प्रकार से कोरोना से संबंधित प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा था उपस्थित जन समूह और भाजपा के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों के द्वारा मास्क का उपयोग करना भी मुनासिब नहीं समझा गया आपको बता दें कि कुछ दिन पूर्व ही भाजपा के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा कोरोना के बढ़ते केसेस का हवाला देकर राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा स्थगित करने की अपील की गई थी,
गृह मंत्री के आम सभा के द्वारा सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे आने जाने वालों की सघन तलाशी ली जा रही थी, जिस पर कुछ विवाद की स्थिति निर्मित हुई दरअसल कुछ मीडिया कर्मी एवं अन्य लोग काले कलर का जैकेट पहनकर सभा स्थल पर पहुंचे थे उन्हें भी उतरवा लिया गया लोगों के जूते तक चेक किए गए, सभा स्थल पर आए लोग उस समय अचंभित हो गए जब प्रियदर्शनी स्टेडियम में लगी इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी की प्रतिमाओं को भी सफेद कपड़े से पूर्ण रूप से ढक दिया गया था, सभा स्थल पर आए लोगों से जब इस पर प्रतिक्रिया ली गई तब उन्होंने कहा कि इन प्रतिमाओं से देश के गृह मंत्री को कैसा विरोध या खतरा हो सकता है वह तो भाजपा के पदाधिकारी या जिला प्रशासन के लोग ही बता सकते हैं,