*गौ तस्करों के हौसले बुलंद, गायों को ले जाने से रोका तो गौ तस्करों ने ग्रामीण पर धारदार हथियार से किया हमला, हालत गंभीर..*
*गौरेला पेंड्रा मरवाही* :- जिले में गौ तस्करी का अवैध व्यापार अपनी जड़े जमा चुका है। लगभग 2 दशकों से चल रहे गौ तस्करी के अवैध व्यापार से काली कमाई से गौ तस्करों के हौसले इतने बुलंद हैं, कि वे अवैध व्यापार के रास्ते में आड़े आने वाले लोगों पर जानलेवा हमला तक कर देते हैं। ताकि उनके इस काली कमाई के धंधे में कोई दुबारा रोड़ा ना आ सके।
ताजा मामला मरवाही थाना अंतर्गत सीमावर्ती ग्राम उसाड़ का है। जहां अवैध रूप से गौ तस्करी कर रहे लोगों ने ग्रामीणों की पूछताछ से नाराज होकर उन पर प्राणघातक हमला कर दिया। गौ तस्करों का हमला इतना घातक था कि एक ग्रामीण गौ तस्करों के द्वारा रखे गए धारदार हथियार से बुरी तरह घायल हो गया और उसे मरवाही स्थित चिकित्सालय में भर्ती कराना पड़ा जहां उसका इलाज चल रहा है। मामला 15 मई की सुबह 5 बजे का है। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले से सटा कोरिया / सरगुजा जिले की ओर से गौ तस्कर गोवंश की एक पूरी खेप पैदल ला रहे थे तथा जिले के सीमावर्ती ग्राम उसाढ़ में प्रवेश किए। गोवंश की एक बड़ी खेप को देखकर ग्रामीणों ने गौ तस्करों से कहां से ला रहे हो कहां ले जा रहे हो जैसा सामान्य पूछताछ करने लगे।
*लाठी-डंडों एवम कुल्हाड़ी से प्राणघातक हमला..*
ग्रामीणों की पूछताछ से नाराज होकर गौ तस्करी में लिप्त लोगों ने ग्रामीणों पर लाठी-डंडों एवम कुल्हाड़ी से प्राणघातक हमला कर दिया गया । गौ तस्करों की ओर से ग्रामीणों को यह उम्मीद नहीं थी कि वह इतने भयंकर तरीके से उन पर हमला कर देंगे तथा इस हमले से ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई। इस बीच गौ तस्करों ने एक ग्रामीण कन्हैया दुबे पर प्राणघातक हमला कर दिया जिससे उसे सिर में गंभीर चोटे आई है। गंभीर रूप से घायल ग्रामीण को मरवाही स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है जहां उसका प्रारंभिक उपचार के बाद जिला चिकित्सालय गौरेला पेंड्रा मरवाही रिफर कर दिया गया जहां उसका सघन इलाज चल रहा है। गौ तस्करी में गंभीर रूप से घायल घायल कन्हैया दुबे ने बताया कि काफी दिनों से क्षेत्र में गौ तस्कर सक्रिय हैं और तस्करी का काम जोर शोर से चल रहा है। गौ तस्कर पुलिस से बचने के लिए मार्ग बदल बदल कर सीमावर्ती गांव के माध्यम से यहां आते जाते हैं और बड़ी मात्रा में गोवंश की तस्करी में लगे हुए हैं।
*पशु पंजीयन की पर्चियां के द्वारा होती हैं गौ तस्करी..*
हालांकि क्षेत्र में गौवंश का जो अवैध व्यापार चल रहा है वह कोई नया नहीं है बीते लगभग दो दशक से गौरेला पेंड्रा मरवाही क्षेत्र में गौ तस्करी का अवैध व्यापार फल फूल रहा है। गौ तस्कर इसके लिए गांव-गांव एजेंट नियुक्त किए हुए हैं जो खरीदी बिक्री में लिप्त है और इस अवैध व्यापार की काली कमाई का हिस्सा बने हुए। जिले में संचालित पशु बाजार और यहां जारी की जाने वाली पशु पंजीयन की पर्चियां इस अवैध गौ तस्करी के व्यापार में सहायक बनी हुई है। पुलिस की निगाह से बचने के लिए गौ तस्कर मुख्य मार्ग का सहारा ना लेकर ग्रामीण मार्गों का सहारा लेते हैं तथा सीमावर्ती गांवों में ट्रकों के माध्यम से गौ तस्करी करते हैं।
*संवाददाता : सुमित जालान*