जिला प्रशासन ने सर्वे के बाद बालकों की कूलिंग टावर से 46 और परिवारों को प्रभावित माना
नमस्ते कोरबा :- जिला प्रशासन ने सर्वे के बाद बालको की कूलिंग टॉवर से 46और परिवारों को प्रभावित माना है।ये परिवार पूर्व में कूलिंग टॉवर से प्रभावित हुए 87 परिवारों से अलग है।46 प्रभावित परिवारों ने बालको प्रबंधन से मुआवजा के साथ-साथ पुनर्वास की मांग की है।
उनका कहना है कि कंपनी को उनकी मांगों को लेकर सहानुभूति पूर्वक विचार करना चाहिए।स्थानीय लोगों ने कहा है कि पूर्व में बालको प्रबंधन ने कूलिंग टॉवर से 87 परिवारों को प्रभावित माना था और उनके लिए मुआवजा की व्यवस्था की थी। इसे लेकर शांतिनगर के लोग संतुष्ट नहीं थे। लोगों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की थी।
शिकायत के आधार पर जिला प्रशासन की ओर से गठित एक टीम ने इस साल 16 मार्च को कूलिंग टॉवर के आसपास शांतिनगर क्षेत्र में सर्वे किया था।टीम ने अपनी रिपोर्ट में कूलिंग टॉवर से 100 मीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को प्रभावित माना है।
इसके आधार पर प्रभावित परिवारों ने प्रबंधन से मुआवजा और पुनर्वास व्यवस्था करने की मांग की है।लोगों ने कहा है कि इस मामले को लेकर शांतिनगर पुनर्वास समिति बैनर तले कानूनी लड़ाई कोर्ट में लड़ी जा रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रबंधन लोगों की मांगों को अनसुना करता है तो आने वाले दिनों में आंदोलन किया जाएगा।
गौरतलब है कि कूलिंग टॉवर से प्रभावित परिवार लंबे अरसे से अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने बताया है कि पूर्व में जो सर्वे किया गया था उसमें कई लोग छूट गए थे। प्रशासन की ओर से किए गए दोबारा सर्वे के बाद 46 नए लोग प्रभावितों के दायरे में आए हैं। इस सर्वे में प्रशासन ने कूलिंग टॉवर के बाउंड्रीवाल को आधार माना है और इसके 100 मीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को प्रभावित माना गया है। उनके नाम व पते सूची में शामिल किए गए हैं।