गौ माता चौक से उरगा तक जर्जर सड़क,सिस्टम की अनदेखी ने लोगों का जीना किया दुश्वार
नमस्ते कोरबा :- शहर की पहचान बनने वाला गौ माता चौक आज बदहाल सड़क की पहचान बन चुका है। चांपा की ओर से शहर में प्रवेश करने वाला यह मार्ग, जो कभी स्वागत द्वार हुआ करता था अब लोगों के लिए यातना मार्ग बन गया है। गौ माता चौक से लेकर उरगा तक की सड़क इतनी जर्जर हो चुकी है कि अब यह सड़क नहीं, गड्ढों की श्रृंखला बन गई है। हालात यह हैं कि बीते दिन एक ऑटो इन गड्ढों में पलट गया यह सिर्फ एक हादसा नहीं बल्कि व्यवस्था की लापरवाही का सबूत है।
नगर निगम क्षेत्र में शामिल इमलीडुग्गू में सुंदर गौ माता चौक का निर्माण तो कर दिया गया विशाल प्रवेश द्वार भी बना आस-पास गार्डन की सजावट भी दिखती है। लेकिन इसी सुंदरता के बीच यह सड़क अपने हाल पर रोती नजर आती है। चौक की खूबसूरती को जर्जर सड़क और पार्किंग में खड़े ट्रकों ने पूरी तरह बट्टा लगा दिया है। यह दृश्य बताता है कि दिखावे की योजनाओं पर तो ध्यान है, लेकिन जनता के दैनिक जीवन से जुड़े बुनियादी ढांचे पर नहीं।
बरसात खत्म होने को है लेकिन सड़क की हालत जस की तस है। जहां बारिश में कीचड़ से लोग सराबोर होते हैं, वहीं अब धूल के गुबार लोगों की सांसों में घुल रहे हैं। हर दिन जाम, दुर्घटनाएं और परेशानियां अब इस मार्ग की पहचान बन गई हैं।
वाहनों के भारी दबाव के कारण यह सड़क गर्मी में ही टूटने लगी थी, लेकिन तब किसी ने सुध नहीं ली। जब बरसात आई, तो गिट्टी-बजरी बह गई और सड़क पूरी तरह से उखड़ गई। तब से लेकर आज तक केवल वादे हुए, मरम्मत नहीं।
सवाल यह है कि जब नगर निगम क्षेत्र के प्रवेश द्वार की ही यह स्थिति है, तो भीतर की गलियों का हाल क्या होगा? क्या यह प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं कि ऐसी मुख्य सड़क जिस पर रोज हजारों वाहन गुजरते हैं, उसकी समय पर मरम्मत करवाई जाए? जनता से कर वसूला जाता है, योजनाओं के उद्घाटन होते हैं, लेकिन सड़कों की मरम्मत पर हमेशा “फाइल प्रक्रिया में है” का ठप्पा लग जाता है।
यह सड़क सिर्फ बदहाल डामर की नहीं सिस्टम की संवेदनहीनता की भी कहानी है। जब तक जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस पर गंभीर नहीं होंगे, तब तक विकास की बातें महज नारों तक सीमित रहेंगी। शहर की सुंदरता सिर्फ गार्डन और गेट से नहीं, बल्कि सड़क और सफर की सहजता से बनती है और यही फिलहाल गायब है।
Read more :- कोरबा में विकास की बयार: महापौर संजू देवी राजपूत ने जताया आभार, 3 करोड़ की परियोजनाओं को मिली मंजूरी