एनटीपीसी धनरास राखड़ बांध के खिलाफ जमकर विरोध,ग्रामीणों ने राख की होली खेली अधिकारियों के साथ
नमस्ते कोरबा :- कोरबा जिले के ग्राम लोतलोता सहित आसपास के गांवों—चोरभट्ठी, सलोरा और विसनपुर—के सैकड़ों ग्रामीणों ने NTPC धनरास राखड़ डेम के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने डेम में संचालित वाहनों को रोककर धरना शुरू किया। ग्रामीणों ने वाहनों को फिर से रोका, तब जाकर NTPC के अधिकारी मौके पर पहुंचे, और बिना निराकरण किये वापस जा रहे NTPC कर्मचारियों के ऊपर पर ग्रामीणों ने राख़ड़ भी फेके।
ग्रामीणों का आरोप है कि वर्ष 2009-2010 में NTPC ने लिखित में वादा किया था कि भूमि अधिग्रहण करने वाले प्रभावितों को खाली पदों पर प्राथमिकता से रोजगार दिया जाएगा। लेकिन आज तक उन लोगों को नौकरी नहीं मिली जिनकी ज़मीन ली गई थी। ग्रामीणों ने पहले भी इस संबंध में सूची सौंपी थी, पर कार्रवाई नहीं हुई।
महिलाओं ने आरोप लगाया कि NTPC द्वारा सिलाई मशीन और प्रशिक्षण का दावा किया गया था, लेकिन अब तक किसी भी महिला को प्रशिक्षण नहीं दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि यह केवल दिखावा है और वास्तव में किसी को कोई लाभ नहीं मिला। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि सिपेज़ (जल निकासी) से प्रभावित लोगों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है। वहीं, भूसंपादन के बाद बनी 25-30 समितियों के सदस्यों को भी काम का उचित पारिश्रमिक नहीं दिया जा रहा है।
प्रदर्शन के दौरान जब NTPC अधिकारी बिना किसी समाधान के लौटने लगे तो ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और उन पर राखड़ की धूल फेंकी। ग्रामीणों का कहना था, “जब गांव वाले राखड़ खा रहे हैं, तो अधिकारी क्यों न खाएं?” इस बीच जब मीडिया ने कटघोरा के तहसीलदार से प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने कैमरे के सामने आने से इनकार कर दिया। मौके पर कटघोरा बांगो पुलिस भी मौजूद रही इस दौरान विधायक ने NTPC पर उचित कार्यवाही क़ा भरोसा दिलाया।
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