Sunday, December 28, 2025

पंडित रविशंकर शुक्लनगर स्थित कपिलेश्वरनाथ मंदिर प्रांगण में आयोजित कथा के छठवें दिवस रुक्मणी -कृष्ण के विवाह प्रसंग

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पंडित रविशंकर शुक्लनगर स्थित कपिलेश्वरनाथ मंदिर प्रांगण में आयोजित कथा के छठवें दिवस रुक्मणी -कृष्ण के विवाह प्रसंग

नमस्ते कोरबा : प्रेम के सागर माधव को केवल ज्ञान प्रिय नहीं उन्हें प्रेम युक्त ज्ञान प्रिय है। ठीक उसी भांति जैसे सत्य बोलो पर मीठा बोलो। प्रेम युक्त ज्ञान के प्रभाव से महज दो दिनों के लिए गोपियों को ज्ञान ,यथार्थ की शिक्षा देने गए उद्धव जी का सूखा ज्ञान प्रेम में बदल गया। और वे 6 मास गोपियों के बीच रहकर प्रेम युक्त ज्ञान लेकर योगेश्वर द्वारिकाधीश के पास लौटे।

उक्त बातें श्री धाम वृंदावन (मथुरा)से पधारे पंडित श्री कृष्ण गौड़ शास्त्री “ब्रजवासी जी पंडित रविशंकर शुक्लनगर स्थित कपिलेश्वरनाथ मंदिर प्रांगण में आयोजित

संगीतमय श्री मद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के छठवें दिवस शनिवार को आयोजित उद्धव गोपी संवाद कथा प्रसंग के दौरान कही।

आचार्य श्री गौड़ शास्त्री ने उपस्थित श्रोताओं को बताया कि सनातन खतरे में है,हमें राम दरबार इतनी आसानी से नहीं मिला इसके लिए कितनी कुर्बानियां देनी पड़ी । अतः सभी सनातनियों से व्यासपीठ से आव्हान किया कि सनातन की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहें। हर सनातनियों के घर में सुरक्षा ,आत्मरक्षा के लिहाज से एक एक हथियार,लाठी डंडे होने चाहिए।

कथा के छठवें दिवस रुक्मणी -कृष्ण के विवाह के पावन अवसर पर शानदार झांकी निकाली गई। विधि विधान से भगवान कृष्ण की बारात निकली।जिसमें नगर के भक्तगण बाराती बने । बैंड,गाजे -बाजे आतिशबाजी के साथ बाराती बने युवतियों स्त्री ,पुरुषों का समूह भगवान कृष्ण की वेशधारी के साथ नाचते गाते विवाह स्थल कथा प्रांगण पहुंचा।

जहाँ कपिलेश्वरनाथ महिला मंडल की अध्यक्ष सुधा झा की अगुवाई में समूह की महिलाओं ने घराती पक्ष की भूमिका का निर्वहन करते हुए स्वागत अभिनंदन किया।प्रमुख यजमान समेत अन्य श्रद्धालुओं ने रुक्मणी कृष्ण की आरती कर आशीर्वाद लिया।

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