*ओपन थिएटर में संचालित चौपाटी के व्यापारियों ने किया हड़ताल,वजह है नगर निगम का चौपाटी को गढ़कलेवा में शिफ्ट करना*
नमस्ते कोरबा : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के द्वारा स्थानीय व्यंजनों को बढ़ावा देने और समूहों को प्रोत्साहित करने के लिए कोरबा समेत अनेक स्थानों पर गढ़ कलेवा की संकल्पना के अंतर्गत काम कराया गया।कोरबा में स्मृति उद्यान के पास गढ़ कलेवा का विकास पिछले वर्षों में नगर निगम की ओर से किया गया।
मौके पर सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई गई और कारोबार करने वाले वर्ग को राहत देने का प्रयास किया गया। काफी समय तक इस परिसर से कारोबार करने वाले वर्ग ने बेहतर सहूलियत प्राप्त करने के साथ-साथ व्यवसाय भी किया और लाभ कमाया। बाद में यहां पर हुई घटनाओं की वजह से कारोबारी दूसरे स्थान की तरफ चले गए,

चौपाटी के व्यापारियों द्वारा नगर निगम में दबाव बनाने में लगे हैं कि कामकाज पुरानी जगह पर जारी रहने दिया जाए। इसके पीछे अपने-अपने तरीके एवं कारण बताए जा रहे हैं और तर्क दिए जा रहे हैं।
घोषणा की गई है कि तीन दिन से उनकी दुकान बंद है और आगे भी वे किसी प्रकार का व्यवसाय नई जगह पर नहीं करेंगे।कारोबार करने वाला वर्ग इस बात को कह रहा है कि गढ़ कलेवा में उन्हें शिफ्ट करने के लिए योजना बनाई गई है वहां पर ग्राहकों की उपस्थिति ना के बराबर होती है,उन्होंने नगर निगम से इस मामले में एक बार फिर विचार करने को कहां है।
यातायात का सबसे बड़ा मसला
दूसरी और निगम और यातायात पुलिस ने इस बात को महसूस किया है कि ओपन थिएटर से लेकर घंटाघर के आसपास के इलाके में सडक़ के किनारे लगने वाली स्ट्रीट फूड की दुकानों से समस्या पैदा हो रही है।
शाम से लेकर रात तक यहां यातायात बाधित होने और लोगों को परेशान होता देखा गया है। कई स्तर पर परीक्षण करने के बाद इस नतीजे पर पहुंच गया है कि किसी भी कीमत पर मुख्य मार्ग पर और ओपन थिएटर क्षेत्र में चौपाटी नहीं चलाई जाएगी।
मुख्य मार्ग के दुकानों में भी होनी चाहिए कार्यवाही
चौपाटी के व्यापारियों ने कहा कि नगर निगम की कार्यवाही हमेशा छोटे व्यापारियों पर ही होती है यातायात संबंधित परेशानियों को लेकर हमें गढ़ कलेवा में शिफ्ट करने को कहा जा रहा है परंतु मुख्य मार्ग में स्थित दुकानों के द्वारा सड़कों तक सामान फैला कर अपना व्यवसाय किया जा रहा है
जिसस्से भी यातायात प्रभावित होता है लेकिन इन दुकानदारों पर नगर निगम के अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जाती आखिर ऐसा भेदभाव क्यों अगर इन दुकानों पर लगातार कार्यवाही हो तो मुख्य मार्ग में यातायात व्यवस्था दुरुस्त हो सकती है,
Read more:- राजेन्द्र जायसवाल बने कोरबा प्रेस क्लब के अध्यक्ष,वहीं नागेन्द्र श्रीवास सचिव चुने गए







