*पोड़ीबाहर मुक्तिधाम को आदर्श मुक्तिधाम बनाने का बीड़ा उठाया युवा व्यापारियों ने*
नमस्ते कोरबा :- मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर, लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया, यह लाइन निहारिका क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यापारी के लिए पूरी तरह सही बैठती है जिसने अपने ऊपर दुखों का पहाड़ टूटने के बावजूद भी अन्य लोगों के हित के लिए सोचा, हम बात कर रहे हैं व्यापारी सुनील जैन की जिनकी माता का देहांत 1 अगस्त को हो गया जिनके अंतिम संस्कार के लिए वह स्वजनों के साथ स्थानीय मुक्तिधाम में पहुंचे जहां की स्थिति को देखकर उन्हें अत्यधिक पीड़ा हुई,
उन्होंने उसी समय यह निश्चय किया कि इस मुक्तिधाम का काया पलट किया जाएगा जिसके लिए अपने दोस्तों के साथ मिलकर उन्होंने मुक्तिधाम के कायापलट का बीड़ा उठाया, निहारिका क्षेत्र के युवा व्यापारियों द्वारा समाज के लिए एक आदर्श पेश करते हुए क्षेत्र में स्थित पोड़ीबहार मुक्तिधाम को आदर्श मुक्ति धाम बनाने का निर्णय लिया गया है। जिसके लिए इन व्यापारियों ने एक समिति गठित की जिसमें लोग जुड़ते चले जा रहे हैं।
जिससे जैसा बन पड़ रहा है वैसा मदद समिति को कर रहे हैं,लोगों की मदद से मुक्तिधाम की बदहाल दशा सुधरने लगी है। समिति के द्वारा मुक्तिधाम परिसर में पानी की व्यवस्था,नए पंखे, दाह संस्कार में पहुंचे लोगों की बैठने की व्यवस्था, एवं अस्थियों को रखने के लिए लॉकर की व्यवस्था की गई है। इतना ही नहीं दाह संस्कार में प्रयुक्त लकड़ियों के लिए 3100 रुपए सेवा शुल्क देने पर 5 क्विंटल लकड़ी,
एवं अगर कोई गोबर के कंडे से अंतिम संस्कार करना चाहते हो तो उसके लिए 2500 रुपये सेवा शुल्क तय किया गया है, जिसे यहां नियुक्त चौकीदार से संपर्क कर प्राप्त किया जा सकता है।
समिति के सदस्यों ने लोगों से अपील की है कि यहां अंतिम संस्कार में आए लोग साफ-सफाई का ध्यान रखें, समिति के सदस्यों ने बताया कि अभी मुक्तिधाम के एक फेस में जीर्णोद्धार का काम कराया जा रहा है, आने वाले दिनों में लगभग डेढ़ एकड़ खाली पड़ी जमीन पर एक भव्य गार्डन का निर्माण कराया जाएगा।