
बैठक में अध्यक्ष श्री थानेश्वर साहू ने कहा कि कोरबा जिले में पिछड़े वर्ग के छात्राओं को अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए छात्रावास की सुविधा है परंतु बालकों के लिए छात्रावास की आवश्यकता महसूस की जा रही है। उन्होंने पिछड़ा वर्ग संगठन की मांग पर कोरबा जिला मुख्यालय में बालक छात्रावास की स्थापना के लिए प्रस्ताव तैयार कर राज्य शासन को भेजने के निर्देश सहायक विकास आयुक्त को दिए। श्री साहू ने जिले के अन्य पिछड़ा वर्ग संवर्ग के विद्यार्थियों को जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए शासन द्वारा निर्धारित क्रीमी लेयर निर्धारण प्रावधानों का सावधानी से उपयोग करने के निर्देश दिए। उन्हांेने क्रीमी लेयर निर्धारण के लिए कृषि आय को शामिल नहीं करने और पिछड़ा वर्ग के तृतीय एवं द्वितीय श्रेणी के कर्मचारियों की आय को भी छुट होने की जानकारी बैठक में दी। श्री साहू ने महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों और महिलाओं के हीमोग्लोबिन जांच अभियान में सिकल सेल की भी जांच को शामिल किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे अपने विभाग की योजनाओं से संबंधित लाभान्वित और अपने आर्थिक विकास करने वाले हितग्राहियों की सूची उपलब्ध करायें। उन्होंने ऐसे हितग्राहियों और उसकी उपलब्धियों का व्यापक प्रचार प्रसार करने कहा, ताकि अन्य हितग्राही उनसे प्रेरणा ले सकें। अंत्यावसायी, जिला व्यापार उद्योग केंद्र की समीक्षा करते हुए उन्होंने ऋण योजनाओं की हितग्राही चयन समिति में बैंक अधिकारियों को भी शामिल करने के निर्देश दिए ताकि बैंकों को भेजे जाने वाले सभी ऋण प्रकरणों को स्वीकृति मिल सके।
बैठक में श्री साहू ने किसानों की सुविधा के लिए सहकारी बैंको की पांच शाखाओं में एटीएम स्थापना और खाताधारी किसानों को चिप वाले एटीएम कार्ड उपलब्ध कराने के लिए भी कार्रवाई शुरू करने के निर्देश सहकारी बैंक के अधिकारियों को दिए। उन्होंने स्वरोजगार योजनाओं के तहत दिए जाने वाले बैंक ऋण के लिए लक्ष्य बढ़ाने के लिए भी राज्य शासन से मांग करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।