
NAMASTE KORBA NEWS: भाई दूज के साथ ही दिवाली उत्सव का समापन हो जाता है। इसके बाद विश्व प्रसिद्ध छठ पूजा की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा झारखंड में छठ पूजा का विशेष महत्व है, लेकिन दिल्ली, मुंबई समेत कई बड़े शहरों में भी इसका भव्य आयोजन किया जाता है। कोरबा में भी छठ पूजा को लेकर एक अलग ही उत्साह रहता है हालांकि इस बार कोरोना महामारी के कारण इस उत्सव पर थोड़ा प्रभाव जरूर पड़ेगा कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष यानि 2020 में छठ की पूजा 20 नवंबर को की जाएगी। यह चार दिवसीय पर्व संतान की खुशहाली और अच्छे जीवन की कामना से किया जाता है। सूर्योपासना का यह अनुपम पर्व है। इस व्रत को महिलाओं के साथ पुरुष भी समान रूप से करते हैं। इस पर्व की शुरुआत कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से होती है और कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी को मुख्य पूजा के बाद सप्तमी की सुबह सूर्य को अर्घ्य देने के पश्चात पर्व का समापन होता है। यह व्रत अत्यंत ही कठिन होता है क्योंकि इस व्रत में पूरे 36 घंटे तक व्रती बिना कुछ खाए पीए रहता है। छठ पूजा की शुरुआत नहाय खाय से होती है, इसके अगले दिन खरना होता है, तीसरे दिन छठ पर्व का प्रसाद तैयार किया जाता है और स्नान कर डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। छठ पर्व के चौथे और आखिरी दिन उगते सूर्य की आराधना की जाती है। इस तरह चार दिवसीय छठ पर्व पूर्ण होता है। जिला प्रशासन कोरबा एवं पूर्वांचल विकास समिति के द्वारा लोगों से इस बार घर पर ही छठ पूजा करने की अपील की गई है
नमस्ते कोरबा समाचार परिवार की तरफ से समस्त पूर्वांचल के लोगो को छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं