
नमस्ते कोरबा.. देवउठनी एकादशी से शुरू हो जाएंगे मांगलिक कार्य हर साल देव उठनी एकादशी से तीन-चार दिन पहले से गन्ना उत्पादक किसान गन्ना लेकर जिले का हाट बाजारों में पहुंच जाते रहे हैं। इस बार विपरीत स्थिति बन गई है। गन्ना की सबसे अधिक डिमांड देवउठनी पर होती है। यह पर्व 25 नवंबर को मनाया जाएगा। घर-घर गन्ना समेत अन्य फलों की डिमांड होती है। जिसे पूरा करने बाजार में अन्य जिलों से गन्ना पहुंच जाता था, जो अब तक नहीं पहुंच पाया है। गन्ना का व्यवसाय करने वालों का कहना है कि मौसम की मार के कारण गन्ना का उत्पादन प्रभावित हुई है। जिसके कारण ही बाजार में गन्ना नहीं दिख रहा है। अभी केवल लोकल गन्ने की आवक है जो भी काफ़ी महंगा बिक रहा है दीवाली के बाद हिंदू धर्म में देवउठनी एकादशी का बड़ा महत्व है। इस दिन से मांगलिक कार्य, गांव गांव में मड़ई मेला को लेकर लोगों में उत्साह शुरू हो जाता है। वहीं किसान खेतों में लगी धान की फसल काटने के बाद मिंजाई कर फुर्सत हो जाते हैं। इससे बाजारों में हलचल शुरू हो जाती है। कोविड के कारण जहां अब तक त्यौहारी का तरीका बदला बदला रहा वहीं देवउठनी एकादशी पर भी इसका असर देखने को मिलेगा कोरोनाा के कारण इस बार सभी त्यौहार फीके फीके से मनाए जा रहे हैं एकादशी के लिए दो तिथि होने के कारण लोगों में संशय की स्थिति भी बनी हुई है