नमस्ते कोरबा :-: कोरबा जिले में कई सार्वजनिक उपक्रम है, जिनमें एसईसीएल भी प्रमुख है. जो जिले में कोयले की निकासी का कार्य कर रहा है कोरबा के कोयले से आधे भारत में बिजली की आपूर्ति की जाती है, लेकिन एसईसीएल प्रबंधन के द्वारा अपने क्षेत्र के लोगों के हितों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसते एसईसीएल के विभिन्न कालोनियों में निवासरत लोगों में हीन भावना जागृत हो रही है, लोगों ने बताया कि प्रबंधन अगर चाहे तो सीएसआर मद से कोरबा जिला में अपने क्षेत्र को सर्व सुविधा युक्त बना सकता है.लेकिन प्रबंधन के द्वारा हम लोगों की मूलभूत सुविधाओं पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा कॉलोनियों में साफ-सफाई पीने की पानी की व्यवस्था हो या सड़क की व्यवस्था हर रूप से पिछड़ रहा है.लोगों की समस्या को ध्यान में रखते हुए वार्ड क्रमांक 25 के पार्षद शैलेंद्र सिंह(पप्पी) के द्वारा एसईसीएल कोरबा को कई बार लिखित शिकायत करने के बाद भी गड्ढे न भरे जाने से नाराज होकर शनिवार को खुद ही गुरु घासीदास चौक से मुड़ापार मेन हॉस्पिटल और हेलीपैड सड़क के गड्ढे भर दिए।

मुड़ापार मेन हॉस्पिटल से हेलीपैड सड़क पर पहुंचे पार्षद का कहना था कि कई बार एसईसीएल को लिखित शिकायत देने के बाद भी एसईसीएल प्रबंधन के द्वारा गड्ढे भरने को कहा गया लेकिन अनसुनी कर दी गई।
इसलिए समस्या को देखते हुए स्वयं ही सड़क के गड्ढे भरने का बीड़ा उठाया है। क्योंकि इन गड्ढों से बचकर निकलने में वाहन चालक आपस में टकरा जाते हैं। जिससे अक्सर हादसे हो रहे हैं, गड्ढे को बचाने के चक्कर में आपस में मोटरसाइकिल की भिड़ंत हो चुकी है। जिसमें कई वाहन चालक को गंभीर चोटें आई है। एसईसीएल क्षेत्र में बने इस रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए थे जो किसी दिन बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं।
आगे उन्होंने कहा एसईसीएल क्षेत्र की समस्याओं को प्रबंधन अगर गंभीरता से नहीं लेता है तो आगे चलकर एसईसीएल कोरबा एरिया का घेराव करने बाध्य होंगे।