नमस्ते कोरबा :Edible oil की महंगाई बेकाबू होती जा रही है. खाने के तमाम तेल के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं और बहरहाल कीमतों में नरमी के आसार नहीं दिख रहे हैं. खाद्य तेल के दाम में तेजी वैश्विक बाजार में तेल और तिलहनों की मांग के मुकाबले आपूर्ति कम होने की वजह से आई है. भारत खाद्य तेल की अपनी जरूरतों का तकरीबन दो तिहाई हिस्सा आयात करता है और आयात महंगा होने से तेल के दाम लगातार आसमान छू रहे हैं. विदेशी बाजार में तेल-तिलहनों के दाम में तेजी की वजह से घरेलू बाजार में तेल के दाम में बढ़ोतरी हुई है. हालांकि दो महीने बाद दक्षिण अमेरिकी देशों की नई फसल आने वाली है और अगर फसल अच्छी रही तो तेल के दाम में थोड़ी नरमी आ सकती है. तेलों की महंगाई से कोरबा जिला भी अछूता नहीं रहा है बाजार में बिकने वाले लगभग सभी ब्रांड के तेलों के दाम 15 दिनों में 30 से ₹40 लीटर के बढ़ गए हैं पंडित रविशंकर शुक्ल नगर में बालाजी प्रोविजन के संचालक शंकर मोदी ने बताया कि मार्च-अप्रैल तक तेलों के दाम में कमी होने के संभावना नहीं है उन्होंने बताया कि होलसेल में तेलों के दाम लगभग ₹130 प्रति लीटर हो गए हैं जिस तरीके से तेल का रेट बढ़ रहा है गृहणीयों को अपनी रसोई चलाने मैं बहुत तकलीफ हो रही है अब देखना होगा की आम आदमी की तकलीफ सरकारी कब सुनती हैं