नमस्ते कोरबा :- कोरबा के बालकों क्षेत्र में एक पिता ने की हैवानियत सारी हदें पार कर दी। अपने 8 साल के मासूम बेटे को जानवरों की तरह बेरहमी से पीटा और अधेरे कमरे में बांधकर मरने के लिए छोड़ दिया। बच्चे का कसूर सिर्फ इतना कि वह चंचल था। शरारत करता था। कई घंटों तक मासूम बच्चा भूखा प्यासा पड़ा रहा। उसके रोने की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने उसे आजाद कराया। इसकी सूचना मिलने पर चाइल्ड लाइन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मासूम को अपने साथ ले गए। इस घटना से आक्रोशित बस्तीवासियों ने निर्दयीय पिता की जमकर खबर ली।बालको थाना इलाके के आजाद नगर बस्ती में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक किराए के मकान से मासूम बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। कुछ लोग घर के अंदर जाकर देखे तो उनके भी होश उड़ गए। अंधेरे कमरे में 8 साल का मासूम बेसूद पड़ा था। उसके दोनो हाथ बंधे हुए थे। और कोई नही बल्कि उसके सौतेले पिता ने ही मासूम की जानवरों की तरह खूंटे से बांध दिया था।
पड़ोस में रहने वाले प्रतीक दत्ता ने इंसानियत का परिचय देते हुए मासूम बच्चे को आजाद कराया। उन्होंने बताया कि अंधेरे कमरे में मासूम को बड़ी बेरहमी से बांधकर रखा गया था। उसके सिर और हाथों में जख्म के निशान पाए गए है। उस वक्त मासूम काफी सहमा हुआ था। प्रतीक दत्ता और उनके साथियों ने बच्चे को आजाद कराया। इसकी सूचना चाइल्ड लाइफ को दी गई। प्रतीक दत्ता ने बताया कि सौतेले पिता द्वारा आयदिन बच्चे से मारपीट की जाती है। हर रोज वह इसी तरह बच्चे को कमरे में बांधकर काम पर जाता है। सुबह भी निर्दयिय पिता ने पहले जमकर पीटा, उसके बाद अंधेरे कमरे में मासूम को खूंटे से बांधकर मरने के लिए छोड़ दिया। बच्चे के दोनो हाथो में ये जख्म के निशान देखकर सौतेले पिता की हैवानियत का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। हालाकि समय रहते पड़ोसियों ने मासूम को आजाद करा लिया।







